दो स्कूलों में 24 लीटर आयल पेंट लगाने में तीन लाख की मजदूरी
नई दुनिया प्रतिनिधि, शहडोल : मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में दो स्कूलों में पेंट पोताई घोटाला सामने आया है। इन दो स्कूलों में 24 लीटर आयल पेंट को दीवार पर पोतने के लिए तीन लाख रुपये मजदूरी का बिल पास किया गया। इसमें एक स्कूल में तो चार लीटर पेंट की दीवार पर पोताई में 168 मजदूरों और 65 मिस्त्रियों से काम कराना दर्शा कर एक लाख छह हजार 984 रुपये मजदूरी का भुगतान किया गया है। दूसरे स्कूल में 20 लीटर पेंट की खिड़कियों पर पोताई के लिए दो लाख रुपये खर्च किए गए।
कलेक्टर डा. केदार सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी फूल सिंह मारपाची को नोटिस देकर संबंधित स्कूलों के जिम्मेदारों से खर्च की गई अतिरिक्त राशि वसूल करने का आदेश दिया है। साथ ही जितने भी स्कूलों में इस तरह मरम्मत व रंगाई-पोताई के नाम पर राशि खर्च की गई है, उन सभी की जांच कराने के लिए कहा है। कलेक्टर ने निर्देश दिया है कि जहां भी गड़बड़ी पाई जाए, वहां के जिम्मेदारों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाए।
अधिकतम 40 हजार रुपये होता है खर्चः एक लीटर आयल पेंट में लगभग 200 वर्गफीट की पोताई हो जाती है। खिड़कियों में समय सकंदी स्कूल की पुताई का बिल, जिससे खुली घोटाले की पोल इंटरनेट मीडिया लगता है पर पेंट ज्यादा नहीं लगता। 400 से 500 वर्गफीट की पोताई एक मजदूर दिनभर में कर सकने में सक्षम होता है। अनुमानतः पेंट की कीमत चार सौ रुपये लीटर है और पोताई 700 रुपये प्रतिदिन मानी जाती है। 24 लीटर आयल पेंट की पोताई कराने में अधिकतम 40 हजार रुपये तक मजदूरी खर्च आ सकता है।