17 August 2025

शिक्षकों के फर्जी नियुक्ति कि जांच डीआईओएस कार्यालय ने की तेज


देवरिया, निज संवाददाता श्री प्रकाश संस्कृत महाविद्यालय में नियुक्त फर्जी पांच शिक्षकों की जांच डीआईओएस कार्यालय ने तेज कर दी है। इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण के लिए डीआईओएस कार्यालय से रिमाइंडर नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है। हालांकि सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी द्वारा शिक्षकों की जानकारी देने के लिए नोटिस भी जारी किया जा चुका है। इन पांचों शिक्षकों के विरूद्ध गौरीबाजार पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर 6 नवम्बर को 2024 को जालसाजी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। गौरीबाजार थाना क्षेत्र के बसन्तपुर गांव निवासी अवधबिहारी तिवारी पुत्र विश्वनाथ तिवारी ने बसन्तपुर सिरसिया स्थित श्री प्रकाश संस्कृत महाविद्यालय में कार्यरत शिक्षक गणेशदत्त मिश्र निवासी लालमन पिपरा थाना हाटा जनपद कुशीनगर, करूणापति त्रिपाठी निवासी बसन्तपुर थाना गौरीबाजार, गोपाल मिश्र निवासी सिलाईच थाना मुहम्मदाबाद जिला गाजीपुर, सच्चिदानन्द त्रिपाठी व पौहारीशरण त्रिपाठी निवासीगण बसन्तपुर थाना गौरीबाजार पर कूटरचना कर फर्जी अभिलेख तैयार कर बिना मान्यता के वेतन आहरित कराने का आरोप लगाते हुए कोर्ट के आदेश जालसाजी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया था।





वहीं केस दर्ज होने के बाद इनका वेतन रोकने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक को पत्र देकर शिकायत भी की थी। जिसके बाद डीआईओएस कार्यालय हरकत में आया और इन पांचों शिक्षकों की जांच शुरू की। एक माह पूर्व डीआईओएस कार्यालय द्वारा इन शिक्षकों को अपना स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस जारी किया गया था, लेकिन शिक्षकों ने उसका जवाब नहीं दिया। 6 अगस्त को सम्पूर्णानन्द संस्कृत महाविद्यालय वाराणसी ने इन शिक्षकों के संबंध में सूचना जारी करते हुए इनकी जानकारी विश्वविद्यालय को देने की अपील की। जिसके बाद पुन: डीआईओएस कार्यालय हरकत में आ गया और अब इन शिक्षकों की जांच तेज कर दी है। डीआईओएस कार्यालय द्वारा अब पुन: इन शिक्षकों को रिमाइंडर नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है।