देवरिया। परिषदीय विद्यालयों के विलय के बाद पुराने विद्यालयों ही शिक्षामित्र रहेंगे। इससे नए विद्यालय में गए बच्चों के पठन पाठन पर असर पड़ना तय है।
जिले में कुल 127 परिषदीय विद्यालयों को विलय कर आंगनबाड़ी केंद्रों को सौंप दिया गया है। इन विद्यालयों की जिम्मेदारी अब जिला कार्यक्रम अधिकारी संभालेंंगे। पर इनमें चलने वाले स्कूलों में कार्यरत रहे शिक्षामित्र दूसरे विद्यालय में नहीं जाएंगे। इन्हें मूल विद्यालय भवन में ही रहना होगा। यह प्री प्राइमरी के बच्चों को पढ़ाएंगे। साथ ही विद्यालय भवन के देखरेख की जिम्मेदारी निभाएंगे। इससे नए विद्यालय में गए बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ेगा।