16 September 2025

सुप्रीम कोर्ट में 25 हजार अनुदेशकों के मानदेय मामले पर 3 घंटे तक सुनवाई, तीन दिन में दाखिल होंगे जवाब

 सुप्रीम कोर्ट में 25 हजार अनुदेशकों के मानदेय मामले पर 3 घंटे तक सुनवाई, तीन दिन में दाखिल होंगे जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- जब पढ़ेगा इंडिया, तभी बढ़ेगा इंडिया:25 हजार अनुदेशकों के मामले में 3 घंटे सुनवाई हुई, 3 दिन में दाखिल होंगे जवाब


उत्तर प्रदेश के 25 हजार अनुदेशकों के 17 हजार रुपए मानदेय के मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने की उम्मीद है। मंगलवार को करीब 3 घंटे चली लंबी सुनवाई के बाद जस्टिस पंकज मित्तल और जस्टिस प्रसन्ना बी. वराले की डबल बेंच ने फैसला सुरक्षित रख लिया।

उत्तर प्रदेश के 25 हजार अनुदेशकों को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में बड़ी सुनवाई हुई। करीब तीन घंटे चली इस सुनवाई में जस्टिस पंकज मित्तल और जस्टिस प्रसन्ना बी. वराले की डबल बेंच ने पक्षकारों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है। कोर्ट ने सभी संबंधित पक्षों को तीन दिन के अंदर अपना जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।


सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की कि “जब पढ़ेगा इंडिया, तभी बढ़ेगा इंडिया”, जिससे साफ है कि शिक्षा व शिक्षकों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। माना जा रहा है कि 25 हजार अनुदेशकों के 17 हजार रुपए मानदेय के महत्वपूर्ण मामले में अब जल्द राहत मिलने की उम्मीद है। कोर्ट ने प्रक्रिया और शिक्षकों के अधिकारों पर खास जोर दिया है।


शिक्षा व्यवस्था और शिक्षकों के हक में सुप्रीम कोर्ट का यह रुख एक सकारात्मक संदेश है और इससे हज़ारों अनुदेशकों की उम्मीद फिर जगी है।