बरेली, । जिले के सभी परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता परखने के लिए अब तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। दिसंबर में होने वाली निपुण परीक्षा पहली बार निपुण प्लस एप के माध्यम से कराई जाएगी। इसका उद्देश्य प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों की भाषा और गणित में दक्षता को परखना है ताकि जो कमियां मिले, उनको दूर कर प्रत्येक बच्चे को निपुण किया जा सके। बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि दिसंबर में होने वाली निपुण परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिले में कुल 2,484 बेसिक शिक्षा विद्यालय हैं, जिनमें 1,690 प्राथमिक, 425 उच्च प्राथमिक और 368 कंपोजिट स्कूल शामिल हैं।
इनमें पढ़ने वाले दो लाख से अधिक छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा संचालन, मूल्यांकन और रिपोर्ट तैयार करने की पूरी प्रक्रिया अब डिजिटल माध्यम से होगी। इस नई व्यवस्था से समय की बचत के साथ पारदर्शिता भी बढ़ेगी। सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षा से पहले शिक्षकों को एप के उपयोग का प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से दिया जाए। हर विद्यालय में टैबलेट या स्मार्टफोन के जरिए प्रश्नपत्र हल कराए जाएंगे। एप के माध्यम से बच्चों के उत्तरों का मूल्यांकन स्वत: हो जाएगा और परिणाम तुरंत तैयार हो जाएगा। इससे शिक्षकों पर काम का बोझ भी कम होगा और परीक्षा प्रक्रिया में मानव त्रुटि की संभावना समाप्त हो जाएगी।

