मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा पदाधिकारियों और बूथ के कार्यकर्ताओं से कहा कि एसआईआर को लेकर सतर्क रहें। किसी भी तरह गलत नाम सूची में जुड़ने नहीं चाहिए और सही नाम छूटने नहीं चाहिए। भाजपा कार्यकर्ता डोर-टू-डोर मतदाता सूची लेकर पहुंचें।
योगी शुक्रवार दोपहर बाद योगिराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह में एसआईआर अभियान को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे। बैठक में भाजपा महानगर के सात मंडलों के पदाधिकारी-कार्यकर्ता शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों का नाम ससुराल में शिफ्ट हो रहा है तो जो बहू आई हैं, उनका नाम भी वोटर लिस्ट में शामिल कराएं। पहली जनवरी तक जिनकी उम्र 18 साल पूरी हो रही है, उनका नाम भी वोटर लिस्ट में शामिल कराएं। उन्होंने कुछ मोहल्लों का नाम लेकर कहा कि जो बूथ काफी दूर हैं, उसे लेकर शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी को दर्ज कराएं।
ऐसे प्रयासों से मतदाताओं को सहूलियत होगी और वोट प्रतिशत बढ़ाने में मदद मिलेगी।
लोकतंत्र को कमजोर करने वाले अनर्गल टिप्पणी कर रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग लोकतंत्र को कमजोर करना चाहते हैं, वही लोग एसआईआर पर अनर्गल टिप्पणी कर रहे हैं। वह जीते तो उनका पुरुषार्थ और अगर वह हारते हैं तो इवीएम को दोषी ठहराते हैं। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों का यही एकमात्र मुद्दा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र मजबूत होगा देश मजबूत होगा। विपक्षी पार्टियां नहीं चाहतीं कि लोकतंत्र मजबूत हो। मुख्यमंत्री ने एसआईआर अभियान को एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि लोकतंत्र की मजबूती में सभी को अपना योगदान देना होगा।
जरूरत पड़ी तो तीसरी बार बढ़ सकती है तारीख
लखनऊ। मतदाता सूची के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण की तारीख जरूरत पड़ी तो तीसरी बार भी बढ़ाई जा सकती। अभी दूसरी बार 26 दिसंबर तक एसआईआर की तारीख को बढ़ाया गया है। यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिणवा कहते हैं कि अभी जो कार्य चल रहा है उसकी समीक्षा अंतिम दिन 26 दिसंबर को की जाएगी। अगर जरूरत पड़ी तो तीसरी बार तारीख बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है।
अभी नए मतदाता बनाने, 2.95 करोड़ मतदाताओं को ढूंढ़ने और पुरानी मतदाता सूची से नई मतदाता सूची की मैपिंग की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से यह निर्देश दिए गए हैं कि अगर यूपी में जरूरत हो तो एसआईआर की तारीख बढ़ाई जाए। ऐसे में अब इस पर मंथन किया जा रहा है।
राजनीतिक दलों के बीएलए भी बूथवार गायब मतदाताओं को ढूंढ़ने में बीएलओ के साथ लगे हुए हैं। अभी तक 82 प्रतिशत से अधिक मतदताओं की मैपिंग वर्ष 2003 की वोटर लिस्ट से की जा चुकी है। प्रदेश में कुल 15.44 करोड़ मतदाताओं में से 2.95 करोड़ मतदाता नहीं मिल रहे हैं और सत्यापन न होने पर इनका नाम काटा जाना तय है। वहीं यूपी में विधानसभा चुनाव भी वर्ष 2027 में होने हैं, ऐसे में अभी मतदाता सूची को शुद्ध बनाने के लिए काफी समय है।
‘जनता जानती है, कौन हैं माफिया पालने वाले’
गोरखपुर। मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सपा सरकार का नाम लिए बिना माफिया से संबंध को लेकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पहचान पर संकट खड़ा करने वाले माफिया को पालने वाले कौन लोग हैं, इसे जनता जानती है। आरोप-प्रत्यारोप लगाने वालों की माफिया के साथ फोटो टेलीविजन पर दिखाई दे रही है। सीएम ने शुक्रवार को 137.830 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित गोरखनाथ रेल ओवरब्रिज का लोकार्पण किया।
समीक्षा : कोई पात्र न छूटे और कोई अपात्र न रहे
चुनाव आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग लखनऊ पहुंचे
एनआईसी कलेक्ट्रेट सभागार में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण की समीक्षा की
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता।
भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग ने शुक्रवार को एनआईसी कलेक्ट्रेट सभागार में एसआईआर कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस अभियान का मूल उद्देश्य मतदाता सूची को पूरी तरह त्रुटिरहित और विसंगतियों से मुक्त बनाना है। किसी भी पात्र मतदाता का नाम सूची से न छूटे और किसी अपात्र का नाम सूची में न रहे, यह हर स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में जिलाधिकारी विशाख जी ने उनके समक्ष लखनऊ में चल रहे एसआईआर कार्यों की विस्तृत प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि जिले की 9 विधानसभाओं में 45 एईआरओ, 380 बीएलओ सुपरवाइजर और 3789 बीएलओ तैनात किए गए हैं। घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरित किए जा रहे हैं, 2003 की मतदाता सूची से मैपिंग की जा रही है। अब तक एकत्र फार्मों का विधानसभा के आधार पर डिजिटाइजेशन कराया जा रहा है। बीएलओ के सहयोग के लिए कोटेदारों, नगर निगम के अधिकारियों और पंचायत विभाग के कर्मियों को भी लगाया गया है। वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त ने एएसडी सूची (अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृतक और दोहरी प्रविष्टि वाले मतदाता) की गहन दोबारा जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सूची में दर्ज मतदाताओं को खोजने का हर संभव प्रयास किया जाए और बिना सत्यापन किसी का नाम हटाने की जल्दबाजी न हो। उन्होंने नए मतदाताओं के पंजीकरण पर विशेष जोर देते हुए फॉर्म 6 के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए और कहा कि अभियान पूरी पारदर्शिता के साथ तय समय में पूरा होना चाहिए। समीक्षा बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश नवदीप रिणवा, अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी अखंड प्रताप सिंह, सचिव भारत निर्वाचन आयोग अजय कुमार वर्मा, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी अमित सिंह, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, जिला निर्वाचन अधिकारी जिलाधिकारी विशाख जी मौजूद रहे।
निरीक्षण करने गोमती नगर पहुंची चुनाव आयोग की टीम
समीक्षा बैठक के बाद मनीष गर्ग ने विधानसभा 168 बक्शी का तालाब के अंतर्गत दिल्ली पब्लिक स्कूल, गोमती नगर विस्तार और मलेशेमऊ बेसिक विद्यालय स्थित मतदान स्थलों का दौरा कर एसआईआर कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने बूथों पर डिजिटाइजेशन, मैपिंग, बीएलओ-बीएलए बैठकों और एएसडी सूची का अवलोकन किया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
एसआईआर में सांसदों को सक्रिय करेगी भाजपा
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी उन मतदाताओं को लेकर चिंतित है, जिन्होंने अभी तक वोटर बनने को गणना प्रपत्र नहीं भरा है। पार्टी अब एसआईआर के तहत ऐसे अनुपस्थित वोटरों को खोजने पर पूरी ताकत झोंकेगी। इसके लिए 21 दिसंबर को फिर प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित की जा रही है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होने वाली इस महत्वपूर्ण बैठक में सभी सांसद और विधायकों को भी बुलाया गया है। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य पार्टी दिग्गज मौजूद रहेंगे। भाजपा सांसदों की भी अब एसआईआर की मुहिम में सक्रियता बढ़ाई जाएगी। गत दिवस नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान के संयोजन में हुई भाजपा सांसदों की बैठक में इसकी रूपरेखा तय की गई।
सभी पार्टी सांसदों से शुक्रवार को खत्म हुए संसद सत्र के बाद अब एसआईआर की मुहिम में जुटने को कहा गया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पंकज चौधरी ने एसआईआर के मोर्चे पर यूपी के पिछड़ने को लेकर चिंता भी जताई थी। पंकज चौधरी 21 की बैठक की तैयारियों को लेकर शनिवार से लखनऊ में सक्रिय होंगे। इस दौरान वे प्रदेश कार्यालय पर पदाधिकारियों, मीडिया टीम के साथ बैठकें भी करेंगे।
21 को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एसआईआर को लेकर होने वाली कार्यशाला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा उपमुख्यमंत्री द्वय केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पंकज चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह मौजूद रहेंगे। इस बैठक में सांसदों के अलावा विधायक, प्रदेश पदाधिकारी, सभी जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी बुलाए गए हैं।

