नए साल के जश्न से पहले ही पहाड़ों पर पर्यटकों का सैलाब इस कदर उमड़ रहा है कि वहां पैर रखने तक की जगह नहीं है। खासकर दिल्ली-एनसीआर से बड़ी संख्या में लोग उत्तराखंड, हिमाचल के हिल स्टेशनों पर जा रहे हैं, जिससे भीषण जाम की स्थिति है। राजधानी से अपने वाहनों से मनाली, नैनीताल, मसूरी, शिमला पहुंचने में दो से तीन गुना समय लग रहा है।
मनाली में वाहनों की कतार : मनाली की एंट्री प्वाइंट पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। लगातार वाहन शहर में दाखिल हो रहे हैं, जिससे यातायात व्यवस्था पर भारी दबाव है। इसी तरह अन्य हिल स्टेशन पर भी पर्यटकों की भारी भीड़ देखी जा रही है।
होटल फुल, किराया कई गुना : इन पहाड़ी शहरों में होटल, होम स्टे की पहले ही एडवांस बुकिंग फुल हो चुकी है। साथ ही खाने-पीने की चीजें कई गुना महंगे दाम पर बिक रही हैं।
लागू की नई व्यवस्था : भीड़ व ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने इस बार नई व्यवस्था लागू की है। सीमावर्ती चेकपोस्टों पर प्रवेश के दौरान पर्यटकों के वाहनों पर रंगीन स्टीकर लगाए जा रहे हैं। इन स्टीकरों पता चलेगा कि वाहन किस पर्यटन स्थल की ओर जा रहा है और उसमें कितने यात्री सवार हैं। इसका उद्देश्य ट्रैफिक नियंत्रण, पार्किंग प्रबंधन और जरूरत पड़ने पर त्वरित रूट डायवर्जन करना है।
उत्तराखंड में पर्यटकों के लिए खास इंतजाम
● पर्यटन स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
● भीड़भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन सीसीटीवी के जरिए नजर
● रूट डायवर्जन, रात में भारी वाहनों के प्रवेश पर नियंत्रण
● शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई
● होटल की एडवांस बुकिंग पर ही नैनीताल में प्रवेश
● पर्यटक सहायता केंद्र 24 घंटे खुलेंगे और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए
धार्मिकस्थलों पर भी ताता : सीकर के खाटूश्यामजी, चूरू के सालासर बालाजी, मेहंदीपुर बालाजी समेत प्रसिद्ध मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ कई गुना बढ़ गई है।

