स्कूलों-कॉलेजों में प्रार्थना सभा, खेलकूद पर एक साल तक रोक संभव, पाठ्यक्रम में शामिल होगा कोविड-19 से बचाव: MHRD


स्कूलों-कॉलेजों में प्रार्थना सभा, खेलकूद पर एक साल तक रोक संभव, पाठ्यक्रम में शामिल होगा कोविड-19 से बचाव


कोरोना के कारण लाक डाउन की स्थिति में सभी स्कूल व कॉलेज लंबे समय से बंद है। लॉक डाउन के बाद जब इन्हें दोबारा खोला जाएगा तब क्लास रूम, छात्रावास, कैंटीन, पुस्तकालय, स्कूल बस आदि में बैठने की व्यवस्था सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए की जाएगी जिससे सामाजिक दूरी बनी रहे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसके लिए विशेष निर्देश तैयार करने का जिम्मा उठाया है। उन्होंने इसकी जिम्मेदारी एनसीईआरटी को सौंपी है एनसीईआरटी की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार सभी स्कूलों व कालेजों में आगामी 1 साल तक प्रार्थना सभा सामूहिक खेल कार्यक्रम प्रतियोगिताएं सेमिनार आदि पर प्रतिबंध रहेगा।

एनसीईआरटी के एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि इसके लिए सेफ्टी गाइडलाइन तैयार की जाएगी।यह गाइड लाइन स्कूल व शिक्षण संस्थान खोलने से एक हफ्ते पहले जारी की जाएगी। इन निर्देशों के आधार पर बोर्ड एग्जाम , JEE MAINS, NEET  व अन्य प्रकार की सभी परीक्षाएं आयोजित होंगी।

इस अधिकारी के मुताबिक लॉक डाउन के बाद जब भी विद्यालय स्कूल या कॉलेज खुलेंगे तब सामाजिक दूरी बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होगी क्योंकि स्कूल बस हो या क्लासरूम 1 मीटर की दूरी रखना असंभव है अब सबसे बड़ा सवाल यह होगा कि विद्यार्थियों को समूह में बैठने से किस तरीके से रोका जाए क्योंकि विद्यालयों में एक शौचालय को लगभग सैकड़ों छात्र इस्तेमाल करते हैं।

सीबीएसई अपने पाठ्यक्रम में कोविड-19 को भी शामिल करेगा इसके लिए रणनीति तैयार कर ली गई है।

इसके साथ ही जो बड़े स्कूल हैं उनको 2 शिफ्ट में चलाने का विचार बन रहा है। इस कार्य के लिए जल्द ही योजना बनाई जा रही है जिससे इसे समय रहते लागू किया जा सके।