439 बीईओ इधर से उधर संघ फेरबदल से खफा, 34 बीईओ को हटाने का था निर्वाचन आयोग का निर्देश मनमाने तबादले का आरोप

 लखनऊ : प्रदेश में खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) के बड़े पैमाने पर तबादले किए गए हैं। 439 बीईओ को दूसरे जिलों में भेजा गया है। इतनी अधिक संख्या में फेरबदल से बीईओ संघ खफा है और उसने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। आरोप है कि निदेशालय ने चहेतों को करीबी मंडल, बगल का या गृह जिला आवंटित कर दिया है, जबकि महिला अधिकारियों को 250 किलोमीटर दूर स्थानांतरित किया गया है।


निर्वाचन आयोग ने एक ही जिले में तीन साल से जमे खंड शिक्षा अधिकारियों का तबादला करने का निर्देश दिया था। आयोग ने बेसिक शिक्षा विभाग को 34 बीईओ की सूची भेजी भी भेजी थी। इस पर शासन ने शिक्षा निदेशक बेसिक को निर्देश दिया कि वे इस तरह के अन्य प्रकरणों की छानबीन करके बीईओ का तबादला करें।

विभाग ने प्रदेश के 439 बीईओ को दूसरे जिलों में स्थानांतरित कर दिया है। इससे बीईओ संघ बेहद खफा है।

संघ के महासचिव की ओर से जारी पत्र में लिखा है कि विभाग ने नौ जनवरी को तबादला सूची जारी करके आचार संहिता का उल्लंघन किया है। तबादलों में संघ की आपत्तियों का संज्ञान नहीं लिया गया। यह भी आरोप है कि बेसिक शिक्षा निदेशालय के भ्रष्टाचार पर शासन ने मुहर लगा दी है। बीईओ का तबादला करने का अधिकार विभागाध्यक्ष को है, नियम विरुद्ध तबादले किए गए हैं।

अपर शिक्षा निदेशक बेसिक ललिता प्रदीप ने बताया कि सभी स्थानांतरण शासन व विभाग से मिले निर्देशों के आधार पर किए गए हैं। इसमें कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है।