सहारनपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी योजना संबंधित अधिकारियों के लापरवाहीपूर्ण रवैये की वजह से लगातार लटकी हुई है। योजना के तहत 16 माह पहले महानगर के 20 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास परियोजना का शुभारंभ किया गया था, लेकिन अधिकारी अभी तक एक भी स्मार्ट क्लास तैयार नहीं करा सके हैं। कई विद्यालयों में विद्यार्थियों ने स्मार्ट क्लास में पढ़ने की आस भी छोड़ दी है।
प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने 25 दिसंबर 2020 को जेवी जैन इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में परियोजना का शुभारंभ किया था। जिसमें महानगर के 20 परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक तथा माध्यमिक विद्यालयों में 22 स्मार्ट क्लास बनाई जानी थी। स्मार्ट सिटी योजना के अधिकारियों ने कार्यक्रम में घोषणा की थी कि वह तीन माह में सभी 22 स्मार्ट क्लास तैयार करा देंगे, जिससे एक अप्रैल 2021 यानी नए सत्र से विद्यार्थी स्मार्ट क्लास में बैठकर पढ़ाई कर सकें। शुरू में कार्य तेजी से कराया गया। ज्यादातर विद्यालयों में 50 फीसदी तक कार्य करा दिया गया था, लेकिन कार्य अचानक बीच ही में रोक दिया गया। बीते करीब एक साल से स्मार्ट क्लास पर कोई कार्य नहीं हुआ है, जिन कक्षों का चयन स्मार्ट क्लास के लिए किया गया था, उन पर ताले लटके हुए हैं।
इन विद्यालयों में बननी थी स्मार्ट क्लास
जिन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बननी हैं, उनमें प्राथमिक विद्यालय कमेला कॉलोनी, प्राथमिक विद्यालय माता गढ़, प्राथमिक विद्यालय बेरी बाग, जूनियर हाईस्कूल मनोहरपुर, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, इस्लामिया इंटर कॉलेज, जेबीएस हिंदू कन्या इंटर कॉलेज, एसएएम इंटर कॉलेज, राजकीय इंटर कॉलेज कमेला कॉलोनी, एसडी इंटर कॉलेज, राजकीय इंटर कॉलेज नेहरू मार्केट, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज जोगियान पुल, गुरु नानक ब्वाय इंटर कॉलेज, गुरु नानक गर्ल्स इंटर कॉलेज, आर्य कन्या इंटर कॉलेज मटिया महल, श्री दिगंबर जैन कन्या इंटर कॉलेज, केसीसीपी आर्य कन्या इंटर कॉलेज, मुस्लिम गर्ल्स इंटर कॉलेज व हिंदू कन्या इंटर कॉलेज शामिल हैं।
कोरोना की दूसरी लहर की वजह से स्मार्ट क्लास का कार्य रुका था। उसके बाद कार्य शुरू कराना चाहा लेकिन अन्य समस्याएं आ गईं। अब स्मार्ट क्लास के डिजाइन तैयार कराए जा रहे हैं। जल्द ही कार्य पुन: शुरू कराया जाएगा। - कैलाश सिंह, नोडल अधिकारी, स्मार्ट सिटी सहारनपुर