प्रतापगढ़। स्कूल चलो अभियान के नाम पर इस बार जिले में खानापूर्ति नहीं हो पाएगी। अभियान पर विभागीय अधिकारी ऑनलाइन नजर रखेंगे। अभियान के तहत स्कूलों में होने वाले कार्यक्रमों की खंड शिक्षा अधिकारी को रिपोर्टिंग करनी होगी। फोटो व वीडियो को व्हाट्स ग्रुप व पोर्टल पर अपलोड करना होगा। ऐसे में इस बार शिक्षक व बीईओ को गांव-गांव भ्रमण कर पसीना बहाना होगा।
जिले में 2034 प्राइमरी व 722 मिडिल स्कूल हैं। इन स्कूलों में कुल 2 लाख 84 हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। नए शिक्षा सत्र की शुरुआत हो चुकी है। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के लिए जिले में स्कूल चलो अभियान की शुरुआत कर दी गई है। अभियान के तहत चरणबद्ध तरीके से प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें शिक्षकों के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी की भी मौजूदगी रहेगी। वह बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करेंगे। गांव-गांव भ्रमण कर अभिभावकों से मिलेंगे।
30 अप्रैल तक डोर-टू-डोर अभियान चलेगा। आमतौर पर स्कूल चलो अभियान के नाम पर जिले में सिर्फ खानापूर्ति होती थी। कागज पर ही अभियान के कोरम पूरे कर लिए जाते थे। मगर इस बार विभाग ने इस पर गंभीरता दिखाई है। स्कूल चलो अभियान पर ऑनलाइन नजर रखी जाएगी। प्रतिदिन खंड शिक्षा अधिकारी पांच व जिला समन्वयक दो विद्यालयों में उपस्थित रहेंगे। जिसकी फोटो वह व्हाट्सएप ग्रुप में डालेंगे। बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि स्कूल चलो अभियान में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसे लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।