ब्लैक बोर्ड पर गलत शब्द लिख BEO बने मजाक, पढ़ें पूरी खबर


 गाजीपुर। बड़े शर्म की बात है ए लोक सेवा आयोग की परीक्षा से चयनित हुए भांवरकोल ब्लॉक के बीईओ सावन दूबे को ब्लैक बोर्ड पर फूल लिखने नहीं आया। गुरुवार को प्राथमिक विद्यालय मनिया पर जांच करने पहुंचे बीईओ सावन दूबे ने बच्चों के ज्ञान की परीक्षा लेने के दौरान ब्लैक बोर्ड पर लिखना शुरू कर दिए और फूल शब्द को उन्होंने फुल लिख दिया। इसी प्रकार उन्होंने बोर्ड पर कई शब्द गलत लिख दिए। इस दौरान किसी ने उनकी फोटो खींच ली और उसे वायरल कर दिया।






मामला जब डीएनए जिला संवाददाता के संज्ञान में पहुंचा तो इसकी जांच पड़ताल शुरू हुई। वायरल हुई फोटो को जूम कर देखा गया तो सच में बीईओ महोदय की गलती पकड़ में आ गई। फूल को फुल लिखने वाले बीईओ शायद यह भूल गए थे कि उन्हीं के पास उसी स्कूल की शिक्षिका भी मौजूद हैं जो उनकी गलतियों को देख शांत खड़ी हैं। बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों का इस जिले में यही हाल है। बताते चलें कि पूर्व में ही बीईओ सावन दूबे काफी चर्चा में रहे हैं। गंभीर शिकायतों के



आरोप में भदौरा ब्लाक से उठाकर उन्हें भांवरकोल ब्लॉक का खंड शिक्षा अधिकारी बना दिया गया है। सभी जानते हैं कि स्कूली बच्चों का भविष्य शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर टिका होता है। जिस ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी का यह हाल हो कि उसे सही ढंग से फूल भी न लिखना आता हो उस शिक्षा क्षेत्र का भविष्य क्या होगा कोई भी सोच सकता है। गुरुवार को खंड शिक्षा अधिकारी सावन दूबे का ब्लैक बोर्ड पर गलत शब्द लिखते हुए फोटो जारी होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। ऐसे खंड शिक्षा अधिकारी से क्या उम्मीद की जाए कि वह अपने ब्लॉक क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाएगा। जनाब सुधार लाना तो दूर उस ब्लॉक की शिक्षा व्यवस्था ही ध्वस्त हो जाएगी। जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में बीईओ सावन दूबे के ब्लैक बोर्ड वाले एक्शन का रिएक्शन पूरे दिन होता रहा। बीईओ द्वारा लिखें हिंदी शब्दों में अशुद्धता को देख सभी यही कह रहे थे कि इनकी पढ़ाई लिखाई सब बेकार है। इस संबंध में बातचीत करने के लिए बीएससी हेमंत राव के मोबाइल पर संपर्क साधा गया तो उनका मोबाइल नंबर नॉट रिकेबल बता रहा था। ऐसे में डीएनए जिला संवाददाता की वार्ता बीएसए नहीं हो पाई।