अगले शैक्षणिक वर्ष से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध सभी स्कूलों में 'बाल वाटिका' से पढ़ाई की शुरुआत की जाएगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बच्चों के समग्र एवं सर्वांगीण विकास के लिए बुनियादी शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए गुरुवार को यह बात कही ।
प्रधान ने पायलट परियोजना के आधार पर 'बाल वाटिका- 1' की शुरुआत करते हुए यह बात कही। निजी स्कूलों की तर्ज पर केंद्रीय विद्यालयों में भी प्ले स्कूल से पढ़ाई शुरू की जाएगी। इसी को बाल वाटिका नाम दिया गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा, अभी देश के हर प्रांत में स्थित कुल 50 केंद्रीय विद्यालयों में पायलट प्रारूप में बाल वाटिका की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने कहा, अगले शैक्षणिक सत्र से सीबीएसई से संबद्ध सभी स्कूलों में बाल वाटिका की शुरुआत की जाएगी। हम राज्य सरकारों के साथ चर्चा करके उनके स्कूलों में बाल वाटिका प्रारंभ करेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगले 3-4 वर्षों में देश के सभी स्कूलों में बाल वाटिका शुरू करने का प्रयास करेंगे। खास बात यह है कि पहले यह व्यवस्था सिर्फ निजी स्कूलों में ही थी।
क्या है योजना
तीन साल की उम्र से बाल वाटिका- 1, चार साल की उम्र से बाल वाटिका - 2 और पांच साल की उम्र के लिए बाल वाटिका - 3 के लिए प्रवेश दिया जाएगा। जल्द से जल्द तीन वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चों को औपचारिक शिक्षा के दायरे में लाना।