प्रयागराज। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के तहत चार विषयों के परिणाम संशोधित होने के बाद कई अभ्यर्थियों की नौकरी जाएगी। चारों विषयों में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिल चुकी है। उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) जल्द ही संशोधित परिणाम जारी करेगा।
आयोग की ओर से विज्ञापन संख्या-50 के तहत विधि को छोड़कर बाकी सभी विषयों के परिणाम जारी किए जा चुके हैं। जिन विषयों के परिणाम घोषित किए गए हैं, उनके चयनित अभ्यर्थियों को उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से ऑनलाइन काउंसलिंग के माध्यम से नियुक्ति पत्र भी जारी किए जा चुके हैं। अभ्यर्थियों को असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के जिन चार विषयों को लेकर विवाद है, उनमें संस्कृत, अर्थशास्त्र, गणित एवं शारीरिक शिक्षा शामिल हैं।
असिस्टेंट प्रोफेसर संस्कृत के 74 पदों, अर्थशास्त्र के 100, गणित के 96 और शारीरिक शिक्षा के 23 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्त मिल चुकी है। अब हाईकोर्ट के आदेश पर इन विषयों के परिणाम संशोधित होने हैं। आयोग भी मान चुका है कि इन विषयों के मूल्यांकन में गड़बड़ी हुई थी। उदाहरण के तौर पर अगर किसी प्रश्न का विकल्प 'ए' सही है तो उसकी जगह विकल्प 'डी' को सही मानकर अंक जोड़ दिए गए।
ऐसे में कई अभ्यर्थी बहुत ही मामूली अंकों के अंतर से चयनित होने से वंचित रह गए। आयोग के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा ने इसकी जांच भी शुरू करा दी है। वहीं, अभ्यर्थियों का दावा है कि अगर मूल्यांकन सही तरीके से हुआ तो उनका चयन तय है।
परिणाम संशोधित होने के बाद ऐसे अभ्यर्थी मेरिट में शामिल हो जाएंगे। असिस्टेंट प्रोफेसर की सीटें निर्धारित है, सो मेरिट में नीचे रह गए अभ्यर्थियों को नियुक्ति के बाद भी नौकरी से वंचित होना पड़ेगा।