यूपी के बरेली में छात्राओं से अश्लील हरकतें करने पर अभिभावकों ने स्कूल में जमकर हंगामा किया। मंगलवार को मामला बीएसए के पास पहुंचा। बीएसए ने संबंधित खंड शिक्षाधिकारी को मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
छात्राओं का आरोप है कि शिक्षक पढ़ाते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। यही नहीं कुछ समझाने के लिए उन्हें गलत तरह से छूकर उदाहरण देते हैं। टोकने पर कहते हैं कि उदाहरण दे रहे हैं। सोमवार को छात्राओं के अभिभावक स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया। उन्हें पता चला कि महिला प्रधानाध्यापक 45 दिनों की छुट्टियों पर हैं।
प्रधान की शिकायत पर खंड शिक्षाधिकारी विवेक शर्मा वहां पहुंचे। उन्होंने अभिभावकों को बताया कि शिक्षक के छ़ुट्टी होने की वजह से उनसे बात नहीं हो सकी। बीएसए ने बताया कि स्कूल में छात्राओं के साथ किसी भी तरह की अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मास्साब बोले, फर्जी मिड डे मील बंद करवाने पर प्रधान रच रहे साजिश
सहायक अध्यापक का कहना है कि उनके ऊपर लगाए जा रहे इस तरह के आरोप पूरी तरह निराधार हैं। कई दिनों से प्रधानाध्यापक का प्रभार उनके ऊपर है। बताया कि स्कूल में फर्जी मिड मील पर उन्होंने बंद कराया तो प्रधान से चिढ़कर उन पर इस तरह के यह आरोप लगवाए हैं। बताया कि पाठ्यक्रम के अनुसार वह बच्चों को विज्ञान में प्रजनन तंत्र पढ़ा रहे थे। इस तरह को कोई शब्द प्रयोग नहीं किया गया, जिस पर आपत्ति की जा सके।