बीपीएड, एमपीएड, एमएड व बीएलएड में सीधे प्रवेश खाली सीटों पर प्रवेश परीक्षा के अभ्यर्थियों को मौका



लखनऊ, लखनऊ विश्वविद्यालय ने राजकीय, अनुदानित और स्ववित्तपोषित डिग्री कालेजों को बीपीएड, एमपीएड, बीएलएड और एमएड पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए सीधे मौका दे दिया है। विश्वविद्यालय की और से आयोजित इन कोर्सों की प्रवेश परीक्षाओं में शामिल अभ्यर्थी कालेजों के इन कोर्सों में प्रवेश ले सकते हैं। इसके लिए कालेजों को लवि से अनुमोदन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मंगलवार को कुलसचि संजय मेधावी की और से इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। लवि ने केंद्रीय प्रवेश 1 परीक्षा के तहत कालेजों में काउंसिलिंग के माध्यम से अभ्यर्थियों का आवंटन किया था। बीपीएड, एमपीएड, बीएलएड और एमएड के लिए प्रवेश परीक्षा भी आयोजित की गई थी। विश्वविद्यालय काउंसिलिंग के माध्यम से चार बार इन कोर्सों में अभ्यर्थियों का आवंटन हो चुका है। फिर भी कालेजों की सीटें नहीं भर पाई हैं। इसलिए फिर से प्रवेश परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को सीधे प्रवेश का मौका दिया है। विदित हो कि बीपीएड के सात, बीएलएड के 18 कालेज सहित एमपीएड, एमएड के भी कालेजों ने लवि की केंद्रीय प्रवेश प्रक्रिया में प्रतिभाग किया था।

कैसे पूरा होगा कोर्स : लवि ने दिसंबर के 13 दिन बीतने के बाद अब चारो कोर्सों की खाली सीटों पर प्रवेश का मौका दिया है। जनवरी के अंतिम सेमेस्टर में प्रथम सेमेस्टर परीक्षाएं भी प्रस्तावित हैं। ऐसे में एक सेमेस्टर का कोर्स दो महीने में कैसे छात्र पूरा करेंगे।


परीक्षाएं आज से लवि ने मंगलवार को एमए प्रथम व तृतीय जाग्रफी (सीबीसीएस) मिड सेमेस्टर की परीक्षाओं का शेड्यूल वेबसाइट पर जारी किया है। प्रथम सेमेस्टर परीक्षाएं 14 से 19 दिसंबर, तीसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं 14 से 17 दिसंबर तक परिसर के अटल बिहारी वाजपेयी ब्लाक में होंगी।


नहीं जारी हुई को - करिकुलर वोकेशनल कोर्स की सूची

तमाम दावों के बाद भी लखनऊ विश्वविद्यालय सत्र 2022-23 के लिए नए को-करिकुलर और वोकेशनल कोर्सों की सूची नहीं तैयार कर सका। यह स्थिति तब है जबकि विश्वविद्यालय ने करीब एक महीने पहले कालेजों के साथ बैठक कर नए कोर्सों की सुविधा देने का दावा किया था। जनवरी के अंतिम सप्ताह में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं प्रस्तावित हैं, ऐसे में छात्र-छात्राएं कम समय में कोर्स कैसे पूरा करा करेंगे। नवंबर में कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कालेजों के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने नए वोकेशनल और को-करिकुलर कोर्स की सुविधा शुरू करने की बात कही। थी। इन कोसों में से कालेज अपनी सुविधा के अनुसार इसे चला सकते हैं। कला संकाय, वाणिज्य और विज्ञान संकाय ने वोकेशनल और को-करिकुलर कोर्स की सूची कुलसचिव को भेज दी, लेकिन वहां से इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। कुलसचिव, संजय मेधावी का कहना है कि कला, वाणिज्य और विज्ञान संकाय से वोकेशनल व को-करिकुलर कोर्स की जानकारी आ गई है। जल्द ही इसे वेबसाइट पर जारी किया जाएगा।