विद्यालय को निपुण बनाने में शैक्षिक नेतृत्वकर्ता की भूमिका अहम



प्रयागराज । राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) में समग्र शिक्षा अभियान के तहत रविवार को चार दिवसीय पुनर्बोधात्मक प्रशिक्षण के दसवें चक्र की शुरुआत हुई। सीमैट के निदेशक दिनेश सिंह ने प्रतिभागियों से कहा कि विद्यालय को निपुण बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका शैक्षिक नेतृत्वकर्ता की होती है। वह विद्यालय में अपने समकक्ष शिक्षक, स्टाफ, समुदाय एवं अन्य का सहयोग लेकर विद्यालय को समुन्नत कर सकता है। कार्यक्रम के अंत में प्रभात कुमार मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर सरदार अहमद, बीआर आबिदी, विप्लव प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।