लापरवाही : प्राथमिक स्कूलों में ऐप पर बैठकों की जगह सेल्फी-खाने की फोटो



लखनऊ,। प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों को आदर्श स्कूल की तर्ज पर विकसित करने को लेकर होने वाली मासिक शिक्षक संकुल बैठक में सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। बैठक में शिक्षक स्कूल की प्रगति पर बात करने की जगह मोबाइल में लगे हैं। अलग-अलग स्कूलों में बैठक करने के बजाए एक ही स्कूल में बैठकें हो रही हैं। बरामदे में सेल्फी व खाना खाते फोटो अपलोड होने के बाद मामला सामने आया है।

शिक्षकों की ओर से ऐप पर अपलोड बैठकों की फोटो की राज्य परियोजना निदेशक द्वारा करायी गई पड़ताल में मामला सामने आया है। लखनऊ की 100 में से 75 फोटो गलत अपलोड की गईं हैं। स्कूल महानिदेशक विजय किरन आनंद ने कड़ी नाराजगी जतायी है। प्रदेश के सभी बीएसए को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

सरकार ने जुलाई 2023 तक निपुण विद्यालय का लक्ष्य तय किया है। न्याय पंचायत स्तर पर शिक्षक संकुल सदस्यों द्वारा प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों को आदर्श स्कूल के रूप में विकसित किया जाना है। स्कूल परियोजन निदेशक ने स्कूल के बच्चों की पढ़ाई बेहतर करने, शिक्षक व खेलकूद से जुड़ी गतिविधियां का आकलन, अन्य जरूरी सुझावों व अमल किये जाने पर मासिक बैठक शुरू की गई। जिसकी फोटो के साथ ऐप पर अपलोड करना था।

सीतापुर में 100 फोटो में 93 गलत सीतापुर के शिक्षक संकुल बैठक की ऐप अपलोड की गई 100 फोटो में 93 गलत हैं। राज्य परियोजना निदेशक ने इन पर आपत्ति जतायी है। जबकि रायबरेली की 100 में से 86 फोटो गलत हैं। वहीं उन्नाव की 100 में 82, लखनऊ की 100 में से 75 फोटो गलत पायी गईं। अयोध्या की 75, हरदोई की 73 व लखीमपुरखीरी की 62 फोटो को गलत बताया है।

स्कूल की प्रगति पर चर्चा छोड़ मोबाइल पर लगे

शिक्षकों ने यह नहीं सोचा था कि संकुल बैठक की जो फोटो ऐप पर अपलोड कर रहे हैं उसकी की निगरानी हो सकती है। ऐप की रैंडम पड़ताल में शिक्षकों ने कई फोटो कप प्लेट और भोजन की अपलोड की हैं। बैठक में शिक्षक स्कूल की प्रगति पर चर्चा करने के बजाए मोबाइल का प्रयोग करते हुए दिख रहे हैं। बैठकों की फोटो की जगह दस्तावेज, स्कूल के गैलरी की फोटो व सेल्फी लेकर अपलोड की हैं।