फर्जीवाड़ा: नकली शिक्षक के नौ दिन बाद पहुंचे असली


प्रयागराज, सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) 2013 के फर्जी पैनल के आधार पर संभल और बलरामपुर में ही नहीं मुजफ्फरनगर में भी शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति हुई है। हाईकोर्ट के आदेश पर इस प्रकरण की विजिलेंस जांच के लिए अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सतर्कता विभाग प्रमुख सचिव संजय प्रसाद को 13 अक्तूबर को पत्र लिखा है। मजे की बात है कि जालसाज तो फर्जी आदेश पर एक अभ्यर्थी का समायोजन कराने में सफल हो गए थे लेकिन नौ दिन बाद ही असली शिक्षक के पहुंचने पर फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हो गया ।


जालसाजों ने अमित कुमार श्रीवास्तव नाम के अभ्यर्थी को टीजीटी 2013 के तहत प्रशिक्षित स्नातक (कला) के पद पर बाबू राम सिंह इंटर कॉलेज बंबराला संभल में समायोजित किए जाने का फर्जी पैनल 16 अगस्त 2021 को जारी किया था। डीआईओएस संभल ने फर्जी पैनल का सत्यापन किए बगैर अमित कुमार श्रीवास्तव को कार्यभार ग्रहण कराने का आदेश स्कूल प्रबंधक को आठ सितंबर 2021 को जारी किया।


मुजफ्फरनगर में तीन फर्जी नियुक्ति

इसी प्रकार बलरामपुर में शिल्पी केशरी, कल्पना मौर्य, जीतेन्द्र कुमार कुशवाहा, मितेश कुमार यादव, संतोष कुमार चंद एवं राजकुमार दुबे का फर्जी चयन और समायोजन किया गया। चयन बोर्ड की रिपोर्ट में फर्जी नियुक्ति की पुष्टि होने के बाद इनके खिलाफ एफआईआर के आदेश हुए तो फर्जी अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट में याचिका कर दी। इसी प्रकार मुजफ्फरनगर में मारकंडेय राव, उत्तम कुमार व क्रांति कुमार कौल की प्रशिक्षित स्नातक पद पर फर्जी नियुक्ति की गई।