बिजनौर। मार्च में वित्तीय वर्ष पूर्ण होता है। ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग समेत अन्य विभाग भी बजट को खर्च करने में लगे हैं। बेसिक के परिषदीय स्कूलों में विभिन्न कार्यों के लिए बजट भेजे जा रहे हैं। परिषदीय स्कूल, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में धन की भरमार हो गई है।
जनपद में 2021 परिषदीय स्कूलों की ढाई लाख छात्र छात्राएं पढ़ रहे हैं। इसके अलावा बेसिक शिक्षा के तहत ही 14 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। इन में पढ़ने वाले छात्रों के लिए कंपोजिट, प्राथमिक, कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूलों में धनराशि हस्तांतरित की जा रही है। शिक्षक पूरे साल ग्रांट का इंतजार करते हैं, लेकिन आधा मार्च बीतने को है और विभिन्न कार्यों के लिए ग्रांट भेजी जा रही हैं। शिक्षकों का कहना है कि पूरे साल बजट का इंतजार करते रहे हैं। ऐसे में 30 मार्च तक इसे खर्च करने का दबाव है।
- 8110 रुपये की भेजी धनराशि
परिषदीय स्कूलों में प्री प्राइमरी के तहत लर्निंग कॉर्नर विकसित करने के लिए 8110 रुपये की धनराशि स्कूल बार भेजी जा रही है।
- ये भेजी गई धनराशि
कंपोजिट ग्रांट - 50 प्रतिशत धनराशि
हाउस होल्ड सर्वे - 223 रुपये
वार्षिकोत्सव व पीटीएम ग्रांट - 800 रुपये
दिव्यांग बच्चों के टीएलएम - 1000 रुपये
छात्राओं की आत्मरक्षा प्रशिक्षण का - 400 रुपये
जिन्हें स्कूलों मेंं आंगनबाड़ी केंद्र हैं उन स्कूलों में माता उन्मुखी करण कार्यक्रम की ग्रांट - 4000 रुपये
वर्जन :
स्कूलों में विभिन्न मदों के लिए आने वाली धनराशि को विद्यालयों में भेजा रहा है। सभी कार्यों को निष्पक्ष रूप से पूर्ण कराया जा रहा है। - जयकरन यादव, बीएसए बिजनौर