कानपुर। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की फर्जी ई-मेल के जरिए शिक्षक भर्ती घोटाले में कानपुर की कर्नलगंज पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन आरोपी प्रयागराज के हैं। इन तीन में दो आरोपी माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (प्रयागराज) में संविदा पर कम्प्यूटर ऑपरेटर हैं।
डीसीपी ने प्रेसवार्ता कर बताया कि मामले में अभी एक दर्जन से ज्यादा और गिरफ्तारियां होंगी।
बीती 29 अप्रैल 2024 को जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार ने अरविंद सिंह यादव, स्वाती द्विवेदी, आशीष कुमार पाण्डेय, नितिन कुमार, ज्योति यादव, विनय सिंह, विनीता देवी, रिक्षा पाण्डेय और विनीत चौधरी के
खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करना और उनका प्रयोग करने की धारा में कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि चयन बोर्ड की फर्जी ईमेल भेजकर कानपुर में नौ लोगों के फर्जी नियुक्ति पत्र दिए
थे। डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि मामले में एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। आरोपितों के पास से पुलिस ने 5 मोबाइल फोन और 11500 रुपये बरामद किए हैं।
इनकी हुई गिरफ्तारी
■ झुखरी नवाबगंज प्रयागराज निवासी विवेक द्विवेदी
■ झूसी प्रयागराज निवासी शिवम विश्वकर्मा
■ झूसी प्रयागराज निवासी लालजी सिंह
■ भरहुना चौराहा मिर्जापुर निवासी दिनेश कुमार
■ शिवपुरी कॉलोनी मिर्जापुर निवासी अभिनव त्रिपाठी
विवेक और शिवम चयन बोर्ड में कम्प्यूटर ऑपरेटर गिरफ्तार आरोपित विवेक द्विवेदी और शिवम विश्वकर्मा माध्यमिक शिक्षा सेवा
चयन बोर्ड में संविदा पर कम्प्यूटर ऑपरेटर थे। डीसीपी के मुताबिक आरोपित लाल जी सिंह के कहने पर इन लोगों ने जिला विद्यालय निरीक्षक को फर्जी ईमेल भेजी थी। आरोपितों के व्हाट्स एप चैट में 50 लाख रुपये के लेन देन की पुष्टि हुई है। पुलिस इस बिन्दु पर अलग से जांच कर रही है।