परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थियों का रिजल्ट अब उनके अभिभावकों को वाट्सएप पर भी भेजा जाएगा। इसके साथ ही स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह निर्णय सोमवार को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में समग्र शिक्षा समिति की बैठक में लिया गया।
परिषदीय स्कूलों में बीते वर्ष विद्यार्थियों की कुल संख्या 1.56 करोड़ के आसपास थी। अभी जिलों से यूनिफार्म व जूता-मोजा इत्यादि के लिए धनराशि भेजने को विद्यार्थियों की जो संख्या भेजी गई है वह 1.26 करोड़ ही है। ऐसे में अब विशेष अभियान चलाकर विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। मुख्य सचिव ने बैठक में दो टूक निर्देश दिए कि बीते पांच वर्षों में आपरेशन कायाकल्प के तहत विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। ऐसे में छात्रों की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाए। वहीं, सत्र 2023-24 में परिषदीय प्राथमिक स्कूलों के लिए 10,375 टैबलेट और परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों के लिए 17,556
टैबलेट जल्द खरीदे जाएंगे। वर्तमान सत्र 2024-25 में परिषदीय प्राथमिक स्कूलों के लिए 23,736 टैबलेट खरीदे जाएंगे। प्रति टैबलेट 10 हजार रुपये खर्च होंगे। इसके माध्यम से 12 तरह के रजिस्टर डिजिटल होंगे और विद्यार्थियों की आनलाइन उपस्थिति दर्ज होगी। यूपी डेस्को के माध्यम से खरीदे जाने को सैद्धांतिक सहमति दी गई है।
विद्यार्थियों को रोचक ढंग से पढ़ाने के लिए 3,530 परिषदीय उच्च प्राथमिक व कंपोजिट स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाई जाएगी। विद्यार्थियों को कंप्यूटर ज्ञान देने के लिए 1,515 परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों में इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलाजी (आइसीटी) लैब बनाई जाएगी। 92 राजकीय माध्यमिक स्कूलों में 4.36 करोड़ रुपये से आइसीटी लैब व 280 राजकीय माध्यमिक स्कूलों में 6.72 करोड़ रुपये स्मार्ट क्लास तैयार की जाएगी।