स्कूलों में अब सभी 12 तरह के रजिस्टर डिजिटल किए जाएंगे। प्रेरणा पोर्टल पर डिजिटल रजिस्टर्स माड्यूल तैयार किया गया है। स्कूलों को टैबलेट दिए गए हैं और सिम व इंटरनेट के लिए धनराशि भी भेजी जा चुकी है। ऐसे में अब अगर शिक्षक डिजिटल रजिस्टर का प्रयोग नहीं करेंगे तो उन पर कार्रवाई भी की जा सकती है। विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को भी टैबलेट पर फेस रिकाग्निशन सिस्टम (चेहरा दिखाकर) से उपस्थिति दर्ज करानी होगी। शिक्षकों को स्कूल में प्रवेश व प्रस्थान करते समय दोनों बार हाजिरी लगानी होगी। 15 जुलाई से डिजिटल रजिस्टर के माध्यम से ही कार्य किया जाएगा।
महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह परिषदीय स्कूलों के सभी रजिस्टर डिजिटल माध्यम से ही भरवाएं। स्कूलों में उपस्थिति, प्रवेश, कक्षावार छात्र उपस्थिति, मिड डे मील, समेकित निश्शुल्क सामग्री वितरण, स्टाक, आय-व्यस्क एवं चेक इश्यू, बैठक, निरीक्षण, पत्र व्यवहार, बाल गणना और पुस्तकालय एवं खेलकूद रजिस्टर को डिजिटल किया गया है। सभी विद्यालयों में शिक्षक एक अप्रैल से 30 सितंबर तक आगमन उपस्थिति सुबह 7:45 बजे से सुबह आठ बजे तक और प्रस्थान करते समय दोपहर 2.15 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक अपनी हाजिरी लगा सकेंगे। वहीं एक अक्टूबर से 31 मार्च तक आगमन उपस्थिति सुबह 8:45 बजे से सुबह नौ बजे तक और प्रस्थान
उपस्थिति 3:15 बजे से 3:30 बजे तक दर्ज कर सकेंगे।
अग्रिम आदेश तक शिक्षक सुबह 7:15 बजे से 7:30 बजे तक उपस्थिति लगाएंगे और प्रस्थान उपस्थिति दोपहर 1:30 बजे से 1:45 बजे तक लगा सकेंगे। इसी तरह छात्रों की उपस्थिति का समय एक अप्रैल से 30 सितंबर तक सुबह आठ बजे से नौ बजे तक और एक अक्टूबर से 31 मार्च तक सुबह नौ बजे से 10 बजे तक दर्ज होगी। अभी सुबह 7:30 बजे से 8:30 बजे तक लगाई जाएगी। निर्धारित समय के बाद उपस्थिति मान्य नहीं होगी।
सभी स्कूलों को प्रति टैबलेट सिम व इंटरनेट के लिए प्रति महीने 200 रुपये दिए गए हैं। विद्यालयों को एक टैबलेट के साल भर के कुल 2,400 रुपये और दो टैबलेट होने पर 4,800 रुपये धनराशि भी भेजी जा चुकी है। अब अगर शिक्षकों ने इसमें आनाकानी की तो उन पर कार्रवाई होगी