BEO लगे अति गंभीर आरोप, देखें
यह तो एक बानगी भर है.....जब सारा मामला ऑफलाइन का है तब अधिकारी पेट्रोल........ रहे हैं और भ्रष्टाचार शोषण का शिकार आम टीचर्स को बना रहे हैं यदि शासन के सुर में सुर मिलाते हुए शिक्षक संगठन ऑनलाइन अटेंडेंस और सेल्फी व्यवस्था को लागू करने में सहयोग प्रदान करेंगे तो भ्रष्टाचारी रिश्वतखोरी और शिक्षक उत्पीड़न अपने चरम पर होगा... समझदारों के लिए इशारा काफी! *इसलिए सर्वप्रथम स्थानीय एवं प्रदेश स्तर पर विभागीय छवि एवं महिला अस्मिता को दांव पर लगाने वाले इस प्रकार के कुकृत्य करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध मुखर होकर उनके विरुद्ध कठोर विधिक एवं प्रशासनिक कार्रवाई हेतु मांग की जाए*
आम शिक्षक खास तौर से महिलाएं सतर्क जागरूक सक्रिय और मुखर रहे और एकजुटता का परिचय दें किसी भी परिस्थिति में झुकना स्वीकार न करें चाहे वह स्वयं शिक्षक संगठन के पदाधिकारी ही क्यों ना हो मुंह तोड़ जवाब देने के लिए सदैव तत्पर और हौसला मंद रहिए। आम शिक्षक कृपया जरूरतमंद मजबूर टीचर्स के हमेशा सहयोग और समर्थन में रहे चाहे वह सही हुआ गलत खुद अधिकारियों के दलाल और न्याय के देवता ना बने इसके लिए न्यायालय खुले हुए हैं।✊