नई दिल्ली, एजेंसी। चार आईआईटी और तीन आईआईएम रैगिंग विरोधी मानदंडों का पालन नहीं करने के कारण डिफॉल्टर सूची में रखे गए हैं। यूजीसी ने मानदंडों का पालन नहीं करने पर अनुदान वापस लेने और मान्यता रद्द करने की चेतावनी दी।
कारण बताओ नोटिस: यूजीसी ने देशभर के 89 संस्थानों को एंटी रैगिंग मानदंडों के अनिवार्य अनुपालन का शपथ पत्र जमा न करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आईआईटी, आईआईएम, एम्स और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान सहित राष्ट्रीय महत्व के 17 संस्थान डिफॉल्टर सूची में शामिल किए गए हैं।
यूजीसी सचिव मनीष जोशी ने कहा कि रैगिंग पर यूजीसी विनियमन, 2009 का पालन सभी उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए अनिवार्य है। ये संस्थान छात्रों का एंटी-रैगिंग शपथ पत्र और संस्थानों का अनुपालन हलफनामा प्रस्तुत करने में विफल रहे हैं। यूजीसी ने संस्थानों को आगाह किया है कि 30 दिन में मानदंडों का अनुपालन नहीं किया गया तो यूजीसी अनुदान और वित्त पोषण वापस ले लिया जाएगा।