मोबाइल के रीचार्ज प्लान महंगे करने की तैयारी
नई दिल्ली, । मोबाइल ग्राहकों को एक बार फिर से बड़ा झटका लग सकता है। दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियां जुलाई-अगस्त में एक बार फिर कॉल दरें (टैरिफ) बढ़ाने की तैयारी में हैं। माना जा रहा है कि दरें पांच से 15 फीसदी तक महंगी हो सकती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह वृद्धि पहले अनुमानित नवंबर-दिसंबर से पहले हो सकती है। इससे पहले पिछले साल जुलाई में निजी टेलीकॉम कंपनियों ने अपने मोबाइल प्लान की दरों में 10 से लेकर 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की थी। माना जा रहा है कि अगर कंपनियां दाम बढ़ाती हैं तो यह पिछले छह साल में एक और बड़ी बढ़ोतरी होगी। इसका सीधा असर मोबाइल ग्राहकों पर होगा और उन्हें प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान के लिए अधिक रकम खर्च करनी होगी।
जनवरी में वापस लिए थे प्लान : गौरतलब है कि ट्राई ने कंपनियों को वॉयस कॉल और एसएमएस के लिए अलग-अलग सस्ते रिचार्ज प्लान पेश करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद इस साल जनवरी ने इन्हें बाजार में उतारा था। लेकिन कई कंपनियों ने बिना इंटरनेट डाटा के इन्हें पेश किया था। कुछ कंपनियों ने 365 दिन की वैधता के साथ 1999 रुपये के रिचार्ज पर वॉयस कॉल और एसएमएस की सुविधा दी थी। वहीं, 84 दिन की अवधि के साथ 509 रुपये का प्लान पेश किया गया, जिसमें 900 एसएमएस भी दिए गए। ये प्लान सस्ते पड़ने के बजाए ग्राहकों के लिए महंगे साबित हो रहे थे। इस पर हंगामा हुआ तो कंपनियों को इन प्लान को वापस लेना पड़ा था.
कपनियों का कहना है
कंपनियों का कहना है कि भारत में मोबाइल दरें दुनिया में सबसे कम हैं और इसमें और सुधार की जरूरत है। इसके अलावा वर्तमान दर संरचना सभी के लिए एक जैसी है, जो वैश्विक मानकों के अनुरूप नहीं है। कंपनियां बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए बड़ा निवेश कर रही हैं। इसके चलते भी कोष जुटाने का दबाव उन पर लगातार बन रहा है।