लखनऊ। परिषदीय स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र के दौरान नामांकन की स्थिति चिंताजनक पाई गई है। बीएसए ने 1618 परिषदीय स्कूलों की समीक्षा शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया की शुरुआत 167 ऐसे स्कूलों की पहचान के बाद हुई, जिनमें इस वर्ष एक भी छात्र ने नामांकन नहीं लिया। वहां के प्रधानाध्यापकों से जवाब मांगा गया है।
बीएसए राम प्रवेश ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे कम नामांकन वाले स्कूलों की सूची तैयार कर विवरण उपलब्ध कराएं। स्कूल चलो अभियान के बावजूद कई विद्यालयों में महज 10 से 15 छात्रों ने ही दाखिला लिया है।
समीक्षा में यह भी सामने आया कि 24 से अधिक स्कूलों ने नामांकन बढ़ाने के
लिए न तो जागरूकता रैली निकाली और न ही कोई विशेष प्रयास किए। ऐसे मामलों में खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच के निर्देश हैं। कई प्रधानाध्यापकों ने तकनीकी कारणों, जैसे ऑनलाइन डाटा अपलोड न हो पाने की बात कही है।
वहीं, भारी विरोध के बीच ग्रीष्मावकाश के बाद सोमवार को परिषदीय स्कूल खुल गए। इस दौरान कई शिक्षक नहीं गए। जिसकी शिकायत प्रधानाध्यापकों ने बीएसए कार्यालय पर की। बीएसए ने चेतावनी दी है कि जो शिक्षक विद्यालय नहीं जाएंगे उनके खिलाफ मंगलवार से कार्रवाई शुरू होगी।