12 July 2025

मेक इन इंडिया, कोविड-19 वैक्सीन, चंद्रयान पढ़ेंगे आठवीं के छात्र

 

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की आठवीं कक्षा की साइंस की पाठयपुस्तक - "क्यूरियोसिटी" में अब छात्र कोरोना काल में भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति, मेक इन इंडिया और कोविड 19 वैक्सीन के बारे में पढ़ेंगे।



भारत ने कई देशों को मेक इन इंडिया वैक्सीन देकर महामारी में करोड़ों लोगों की जान बचाई। रोटावायरस वैक्सीन बनाने में




महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, के सचिव वैज्ञानिक व डॉक्टर महाराज किशनभान भी शामिल हैं।


उन्होंने इनोवेशन और साइंस को बढ़ावा देने, बच्चों को डायरिया से बचाने वाले रोटावायरस वैक्सीन बनाने, भारत में किफायती स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने पर जोर दिया था। एनसीईआरटी ने 21 वीं सदी की मांग के आधार पर पाठ्यपुस्तक


तैयार की है। अमर उजाला के पास एनसीईआरटी की "क्यूरियोसिटी" पाठ्यपुस्तक उपलब्ध है। इसमें जानकारी के साथ जिज्ञासाओं को भी दूर किया है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एनसीएफ) 2023 पर आधारित है। छात्र भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान के अलावा पृथ्वी विज्ञान भी पढ़ेंगे।


चंद्रयान, आदित्य के बारे जानेंगे छात्र


हमारा साइंटिफिक हेरिटेज में छात्र इसरो का सफर, चंद्रयान 1 व 2, आदित्य एल 1 के बारे में जानेंगे। इसरो द्वारा भेजे गए विभिन्न सेटेलाइट का भी उल्लेख है। जिसमें आर्टिफिशियल सेटेलाइट भी शामिल है। पुस्तक में भारतीय वैज्ञानिकों में विभिन्न प्रकार के पौधों से मलेरिया की दवा तैयार करने वाली रसायनशास्त्री असीमा चटर्जी, महान भौतिक विज्ञानी व खगोलशास्त्री मेघनाद साहा, कैंसर और कैंसर के रोकथाम पर काम करने वाली डॉ. कमल रणदिवे को भी शामिल किया है।


उत्तरायण, दक्षिणायन सूर्य की गति की दो स्थिति


प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ और खगोलशास्त्री भास्कराचार्य-दो भी शामिल हैं। उन्होंने 800 साल पहले माना, पृथ्वी आकाशीय पदार्थों को अपनी ओर आकर्षित करती है। उन्होंने ग्रहों की स्थिति, ब्रह्मांड विज्ञान, भूगोल, और गणितीय तकनीकों को लिखा। वहीं, उत्तरायण और दक्षिणायन के बारे में बताया था।