बलिया, । शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) को अनिवार्य किए जाने के निर्णय से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक आहत हैं। मंगलवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला इकाई की बैठक अध्यापक भवन में हुई। इसमें फैसले पर पुनर्विचार की मांग की गई। संघ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने कहा कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षकों के लिए टेट अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे में जो शिक्षक रिटायरमेंट के नजदीक हैं, उनके अलावा अन्य सभी शिक्षकों के लिए टेट पास करना जरुरी कर दिया गया है। ऐसा नहीं करने पर सेवा समाप्ति तक का प्राविधान है। कहा कि तमाम शिक्षक टेट में बैठने के ही पात्र नहीं हैं।
वे परीक्षा कैसे पास करेंगे। बैठक में इसे लेकर आंदोलन का निर्णय किया गया। तय हुआ कि पहले चरण में 16 सितम्बर को जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। इसके बाद अक्तूबर महीने में चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। बैठक में अजय मिश्र, सुनील सिंह, जितेन्द्र प्रताप सिंह, ज्ञानेन्द्र प्रसाद गुप्त, सुशील कुमार, तुषार कान्त राय, शाशि कान्त ओझा, अजीत पाण्डेय, अजय सिंह, प्रवीण यादव, अशोक यादव, संगीता वर्मा, वलवंत सिंह, विनय यादव संतोष सिंह, समरजीत बहादुर सिंह, सुरेश आजाद, ओम प्रकाश, प्रवीण ओझा, सतीश वर्मा, सैफुद्दीन अंसारी, कृष्ण कुमार सिंह, जय प्रकाश, आदित्य यादव, नीरज सिंह, शक्ति कुमार मिश्र, अमरीश पाण्डेय, राधेश्याम पाण्डेय, विजय सिंह, ओम प्रकाश राय, मोहन कान्त राय, देवेश सिंह, शत्रुघन यादव, अशोक पाण्डेय, गुरुनाम सिंह, संतोष तिवारी, सुशील चौबे आदि थे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह और संचालन जिलामंत्री डॉ. राजेश पाण्डेय ने किया।