टीईटी मुद्दे पर देश भर के शिक्षक संगठनों के संयुक्त मंच अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा के 24 नवम्बर को प्रस्तावित प्रदर्शन में यूपी से भी डेढ़ लाख से अधिक शिक्षक शामिल होंगे। बुधवार को अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा के यूपी इकाई की लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के सभागार में हुई बैठक में सभी सहयोगी शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में एक स्वर से मोर्चा के सदस्यों की ओर से शिक्षकों पर अनिवार्य अध्यापक पात्रता परीक्षा धोपे जाने के खिलाफ 24 नवंबर को दिल्ली जंतर-मंतर पर अपनी ताकत का एहशास कराने का निर्णय लिया गया।
बाद में मोर्चे से जुड़े संगठनों के नेताओं ने बताया कि केन्द्र सरकार की संस्था एनसीटीई द्वारा पूरे देश के शिक्षकों के ऊपर अनिवार्य रूप से अध्यापक पात्रता परीक्षा लागू करने के आदेश से पूरे देश के शिक्षक आक्रोशित हैं। एनसीटीई के आदेश के विरुद्ध जन्तर-मन्तर पर पूरे देश के शिक्षक जुटकर अपनी आवाज को प्रधानमंत्री तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। बैठक को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक-योगेश त्यागी, राष्ट्रीय सह-संयोजक विनय तिवारी, राष्ट्रीय सह-संयोजक अनिल यादव, राष्ट्रीय सह-संयोजक संतोष तिवारी ने संयुक्त रूप से कहा कि शिक्षिकों पर थोपे गए टीईटी से शिक्षिकों में व्यापक रोष व्याप्त है।
इन शिक्षक नेताओं ने रखे अपने विचार: जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेश त्यागी तथा महामंत्री नरेश कौशिक, अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी एवं महामंत्री उमाशंकर सिंह, समेत उपाध्यक्ष संजय मिश्रा, विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वे एसो के प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी, महासचिव दिलीप चौहान, उत्तर प्रदेश बीटीसी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव तथा महामंत्री संदीप दत्त, उपाध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने अपने विचार रखे।