चांदी की कीमतों में बीते कुछ समय से लगातार तेजी देखने को मिल रही है और अब विशेषज्ञों का मानना है कि यह रुझान 2026 तक भी जारी रह सकता है। भारतीय रुपये में चांदी के भाव 2026 में ₹2.25 लाख से ₹2.50 लाख प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकते हैं।
कमोडिटी बाजार के जानकारों के मुताबिक, चांदी की कीमतों को सबसे बड़ा सहारा औद्योगिक मांग से मिल रहा है। सोलर पैनल, इलेक्ट्रिक वाहन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में चांदी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। इसके साथ ही वैश्विक स्तर पर हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) पर बढ़ते निवेश से भी चांदी की मांग मजबूत बनी हुई है।
विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि यदि अमेरिका और यूरोप में ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला शुरू होता है, तो निवेशक सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख करेंगे। ऐसे में सोने के साथ-साथ चांदी में भी निवेश बढ़ सकता है। कमजोर डॉलर और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता भी चांदी के दाम को सहारा देने वाले अहम कारक माने जा रहे हैं।
मोतीलाल ओसवाल, एक्सिस सिक्योरिटीज जैसे कुछ ब्रोकरेज और रिसर्च रिपोर्ट्स का अनुमान है कि 2026 के अंत तक चांदी ₹2.40 लाख प्रति किलोग्राम का स्तर छू सकती है। हालांकि, विशेषज्ञ यह भी चेतावनी दे रहे हैं कि इतनी तेज बढ़त के बाद बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। मुनाफावसूली के चलते अल्पावधि में कीमतों में नरमी भी देखने को मिल सकती है। चांदी के दाम में 1.78 लाख रुपये तक सुधार की संभावना भी बन रही है। निवेशकों के लिए सलाह दी जा रही है कि चांदी में निवेश करते समय लंबी अवधि का नजरिया रखें और एकमुश्त निवेश के बजाय चरणबद्ध तरीके से निवेश करें। कुल मिलाकर, मौजूदा रुझान को देखते हुए 2026 में चांदी भारतीय बाजार में नए रिकॉर्ड बना सकती है, लेकिन जोखिमों को नजरअंदाज करना भी ठीक नहीं होगा।
चांदी 1,800 रुपये बढ़कर ₹ 2.07 लाख /किलो के नए रिकॉर्ड पर
लगातार दूसरे दिन रिकॉर्ड तेजी जारी रखते हुए, राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को चांदी 1,800 रुपये बढ़कर 2,07,600 रुपये प्रति किलोग्राम के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई, जो व्यापारियों द्वारा लगातार खरीदारी के कारण हुआ। सफेद धातु बुधवार को 7,300 रुपये उछलकर 2,05,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। इस नवीनतम वृद्धि के साथ, चांदी की कीमतें इस साल ₹1,17,100, या 129.4% बढ़कर 90,500 रुपये प्रति किग्रा से 2,07,600 रुपये प्रति किग्रा हो गई हैं, जो 1 जनवरी, 2025 को दर्ज की गई थी।
सोना 1.60 लाख रुपये का स्तर छू सकता है
सोने की कीमतों को लेकर 2026 के लिए विशेषज्ञों का रुख काफी सकारात्मक बना हुआ है। भारत में सोने के दाम नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकते हैं। 2026 में सोना ₹1.40 लाख से ₹1.60 लाख प्रति 10 ग्राम के दायरे में जा सकता है। सोने को सबसे बड़ा सहारा केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीद से मिल रहा है। इसके अलावा, अगर अमेरिका और यूरोप में ब्याज दरों में कटौती होती है, तो सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की मांग और बढ़ सकती है।

