‘पिछड़े माध्यमिक स्कूलों को थ्री पी माडल पर चलाने का करें विचार’, जानिए क्या है यह मॉडल

लखनऊ : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की प्रगति की समीक्षा की। बाल विकास एवं पुष्टाहार, बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से उन्होंने अब तक किए गए कार्यों का ब्योरा लिया। राजभवन में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अत्याधिक पिछड़े माध्यमिक स्कूल जहां संसाधनों की काफी कमी है, उन्हें पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (थ्री पी) माडल पर चलाया जाए। ताकि यहां संसाधनों की कमी दूर हो। निजी स्कूलों के संसाधनों का प्रयोग करने की छूट इन पिछड़े स्कूलों के विद्यार्थियों को दी जाए। विश्वविद्यालय यहां पर पठन-पाठन की व्यवस्था ठीक करने के लिए इन्हें गोद लें।


विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में लाएं समरूपता राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राज्य विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में समरूपता लाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग को बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभागों के साथ बैठक कर इसको निर्धारित करने का निर्देश दिया है, ताकि निचली कक्षाओं से आ रहे विद्यार्थियों में शैक्षिक निरंतरता बनी रहे। वह बुधवार को उच्च शिक्षा विभाग की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन की प्रगति के बारे में राजभवन में प्रस्तुतीकरण को देख रही थीं।