कहीं आंगनबाड़ी नदारद, तो कहीं नहीं मिले बच्चे


सहारनपुर। बच्चों को कुपोषण से बचाने और लोगों में जागरुकता


लाने के लिए इन दिनों राष्ट्रीय सुपोषण माह चल रहा है। मंगलवार को अमर उजाला ने जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों की पड़ताल की तो कहीं आंगनबाड़ी जदारद मिली तो कहीं बच्चे ही नाहीं दिखाई दिए। कुछ जगहों पर आंगनबाड़ी कार्य करती हुई मिली, लेकिन ज्यादातर जगहों पर लापरवाही नजर आई। इसी पर प्रस्तुत है रिपोर्ट..


दो सहायिका ही मिलीं मौजूद



नागल में दस आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इन पर नौ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आठ सहायिका तैनात हैं। मंगलवार की सुबह दो साधिका उपस्थित थी, जबकि केंद्र पर कोई बच्चा नहीं मिला। वहीं सीडीपीओ अनीता सोनकर कहना कि अगर कहीं लापरवाही बरती जा रही है तो उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।



यहां भी मिली अनियमितता



चीतरी क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर गुर्जर में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति देखी ती यहां भी अनियमितता मिली। यहां तैनात चार आंगनबाड़ी और चार सहायिकाओं में एक आंगनबाड़ी व तीन सहायिका उपस्थित मिली। इन केंद्रों पर 50 बच् पंजीकृत हैं, जिनमें से एक भी बच्चा केंद्र पर उपस्थित नहीं मिला, जबकि राष्ट्रीय सुपोषण माह चल रहा है।