एसडीएम के सामने विद्यार्थियों ने खाना खाने से किया इनकार, जानें क्या है मामला


 शाहबाद शाहबाद क्षेत्र के एक स्कूल में कार्यरत अनुसूचित जाति की महिला रसोइया के आरोपों की जांच करने एसडीएम पहुंचे वहां पहुंचने पर उनको पता चला कि महिला रसोइया से सफाई कराने का लिया जाता था।



शाहबाद विकास खंड क्षेत्र के एक गांव स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल में रसोइया के पद पर तैनात महिला ने बुधवार को एसडीएम से मिलकर शिकायती पत्र सौंपा था। महिला ने आरोप लगाया था कि स्कूल का एक शिक्षक बच्चों को इस बात के लिए भड़काता है कि वह अनुसूचित जाति की है उसके हाथ से बना हुआ खाना नहीं खाएं महिला का आरोप है कि एससी होने के कारण उसे विद्यालय से निकालने की तैयारी भी चल रही है। शिकायत मिलते ही और महिला का वीडियो अधिकारियों तक पहुंचने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा। डीएम के निर्देश के बाद शाहबाद एसडीएम सुनील कुमार. ने बृहस्पतिवार को स्कूल पहुंच गए। उधर खंड शिक्षाधिकारी के न होने के कारण उन्होंने अपने विभाग से शिक्षक अजीम खान को भेज दिया था। इस दौरान एसडीएम ने ग्राम प्रधान पति को बुलवा लिया। इस पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी। जांच दौरान महिला और शिक्षक उपस्थित रहे।



जांच के दौरान एसडीएम ने स्कूल के विद्यार्थियों से जानकारी हासिल की। सभी विद्यार्थियों ने महिला रसोइया के हाथ से बनने वाले खाना खाने से इनकार कर दिया। जांच में शिक्षा विभाग को बड़ी लापरवाही समाने आई है। जांच के दौरान पता लगा कि दलित महिला को तीन वर्ष पूर्व रसोइया के पद पर नियुक्त किया गया था लेकिन तब से ही वह रसोइया का कार्य न करके सफाई कर्मी का कार्य मैं कर रही है। स्कूल 60 विद्यार्थियों की संख्या तक पर दो रसोइया नियुक्त होती है। लेकिन इस स्कूल में रसोइया के पद पर तीन महिलाएं तैनात है। नवीनीकरण के दौरान एक रसोइया को निकालना था। जिसके बाद महिला रसोइया ने अपने काम पर ध्यान देना शुरू कर दिया। एसडीएम ने निर्देशित करते हुए कहा है कि शुक्रवार को महिला रसोइया ही खाना बनाएगी एसडीएम सुनील कुमार ने निर्देशित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को काउंसलिंग की आवयश्कता है।