अब ज्ञान का केंद्र भी बनेंगे पंचायत भवन


प्रयागराज,। जिले के पंचायत भवनों में अब केवल ग्राम पंचायतों का कामकाज और गंवई राजनीति की चर्चा नहीं होगी। ये पंचायत भवन छात्र-छात्राओं के लिए भी उपयोगी होंगे। यहां एक कक्ष में लाइब्रेरी बनाई जाएगी। जिससे पुस्तक लेकर युवा पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए जिले में तैयारी शुरू हुई है। शुरुआती दौर में जिले की 50 पंचायतों के भवनों को इसके लिए चुना गया है।


प्रदेश में योगी-2.0 आने के बाद अब स्मार्ट सिटी की तर्ज पर गांवों को भी स्मार्ट बनाने की कवायद चल रही है। इस क्रम में ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों तो अच्छा किया जा ही रहा है। इस क्रम में सभी गांवों में अच्छ लाइब्रेरी बनाने की तैयारी चल रही है। भवनों के न होने की दशा में इसे पंचायत भवन में बनाया जाएगा क्योंकि इस वक्त पंचायत भवनों पर अधिक काम किया जा रहा है। शुरुआती दौर में 50 पंचायत भवनों में पुस्तकालय बनाया जाएगा। धीरे-धीरे सभी भवनों में इसका प्रबंध होगा। जिले में 1540 ग्राम पंचायतें हैं।

पंचायत भवनों में पुस्तकायल बनाने के लिए काम किया जा रहा है। तमाम भवनों को अच्छा बनाया जा रहा है। ग्रामीणों के साथ युवा भी पंचायत भवन तक आएंगे और पढ़ाई भी कर सकेंगे।

-आलोक कुमार, डीपीआरओ



ग्राम सभा की मद से खरीदेंगे पुस्तक
पुस्तकों का प्रबंध दो तरीके से होगा। एक ग्राम सभा के बजट से व दूसरा स्थानीय लोगों के सहयोग से। इन पुस्तकालयों में ऐसी पुस्तकें रखी जाएंगी जो युवाओं के लिए उपयोगी होंगी। इसमें सम सामयिकी और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए भी पुस्तकें होंगी।

क्यों चुने गए 50 पंचायत भवन

यह 50 पंचायत भवन इसलिए चुने गए हैं क्योंकि यहां पर पहले से कक्ष निर्मित हैं। दूसरे पंचायत भवनों में इसके लिए एक कमरे से अलग से जगह तैयार की जा रही है। जहां पर पुस्तकालय बनाया जा सकें।