पांच दिन में पकड़े गए 65 सॉल्वर


संस्कृत में 25,458 परीक्षार्थी रहे गैरहाजिर

बुधवार को सुबह की पाली में हाईस्कूल संस्कृत व एवं इंटर चित्रकला जबकि शाम की पाली में हाईस्कूल संगीत वादन व इंटर उर्दू समेत विभिन्न राज्य की भाषाओं की परीक्षा थी। संस्कृत में पंजीकृत 3,33,331 परीक्षार्थियों में से 25,458 जबकि इंटर चित्रकला (आलेखन), चित्रकला (प्रावैधिक) व रंजनकला में 71,288 कुल 96,746 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।

हाईस्कूल संस्कृत का पेपर रहा आसान

बुधवार को सुबह की पाली में आयोजित हाईस्कूल संस्कृत का पेपर आसान रहा। छात्र सूर्यमणि यादव व अनुराग पटेल ने बताया कि पेपर बहुत अच्छा हुआ। जो पढ़ा था उसमें 95 प्रतिशत प्रश्न आए। केपी कॉलेज के शिक्षक डॉ. अभिषेक मिश्र ने बताया कि प्रश्नपत्र बच्चों के अनुकूल रहा।

प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुसार यूपी बोर्ड ने नकल माफियाओं पर शिकंजा कस दिया है। 16 फरवरी से अब तक पांच कार्यदिवसों की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में 65 सॉल्वरों को पकड़ा जा चुका है। इन सभी सॉल्वर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। नकल के लिए बदनाम पूर्वांचल के दो जिलों गाजीपुर एवं बलिया में सबसे ज्यादा 33 फर्जी परीक्षार्थियों के खिलाफ एफआरआई दर्ज हुई है। आगरा में पांच मुन्नाभाई पकड़े गए हैं।

परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों की तीसरी नजर ने नकलचियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया है। बोर्ड की सख्ती से नकल के लिहाज से संवेदनशील जिलों में परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से हो रही है और केंद्रों के बाहर भी शांति है। नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए यूपी बोर्ड रोजाना अपनी रणनीति को अपडेट कर रहा है। यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि अधिकारियों के सक्रियता की वजह से नकल माफियाओं पर शिकंजा कसा जा सका है। सभी अधिकारी परीक्षा तक निरंतर सतर्कता बरतते रहेंगे। इस काम में जिला एवं पुलिस प्रशासन भी पूरा सहयोग कर रहा है।


प्रयागराज-आजमगढ़ में पकड़े चार-चार सॉल्वर बोर्ड को मिली जानकारी के मुताबिक अब तक गाजीपुर में 18, बलिया 15, आगरा में पांच, प्रयागराज व आजमगढ़ में चार-चार, प्रतापगढ़ व गोरखपुर में तीन-तीन, जौनपुर व भदोही में दो-दो जबकि फिरोजाबाद, मथुरा, कासगंज, बस्ती, कुशीनगर, अयोध्या, बुलंदशहर, रामपुर व बलरामपुर में एक-एक सॉल्वर पकड़े जा चुके हैं। इसके अलावा केंद्र व्यवस्थापकों, प्रबंधकों आदि के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है