नियमित करने की मांग के साथ गरजीं आशा कार्यकत्रियां



प्रयागराज। ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन (ऐक्टू) के राज्यव्यापी आह्वान पर सोमवार को आशा कार्यकत्रियों ने आनंद भवन से जिला मुख्यालय तक जुलूस निकालकर अपनी मांगों के समर्थन में आवाज उठाई।प्रदर्शन के दौरान मानदेय बढ़ाने, स्थायी करने, शोषण बंद करने आदि को लेकर नारेबाजी की गई। महिला सेल गठित करने, ईएसआई का लाभ देने और स्वास्थ्य तथा जीवन बीमा की मांग से संबंधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा। उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन की जिला अध्यक्ष आशा देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने खुद 6700 प्लस तथा प्रोत्साहन राशि की घोषणा की थी, लेकिन यह सरकारी जुमला ही बना हुआ है। यूनियन की जिला सचिव सरोज कुशवाहा ने कहा कि सरकार में चुनावी वर्ष में आशा कर्मियों को मोबाइल फोन भेंट किए थे। इसी मोबाइल फोन से आयुष्मान कार्ड बनाने और डाटा फीड करने के दबाव बनाया जा रहा है। यूनियन की नेता बबिता सिंह ने कहा कि घोषित प्रोत्साहन राशि नहीं दी जा र ही। ऐक्टू के जिला संयोजक आनंद ने कहा कि सरकार आशा कार्यकत्रियों को न्यूनतम राशि भी देने को तैयार नहीं है। कार्यक्रम का संचालन जिला कमेटी सदस्य मिथिलेश कुमारी ने किया। साथ ही 17 मार्च को जिला पत्थर गिरजाघर पर होने वाले प्रदर्शन में सभी आशाओं को शामिल होने की अपील की। इस मौके पर सुनील मौर्य, खेग्रामस के नेता पंचम लाल, आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार, भानु, किसान महासभा के नेता लाल बहादुर, सफाई मजदूर एकता मंच के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र रावत, जल संस्थान कर्मचारी यूनियन के श्रीचंद, अनिरुद्ध आदि ने भी संबोधित किया।