बेसिक शिक्षा विभाग:एक भी बच्चा आउट ऑफ स्कूल मिला तो समिति होगी जिम्मेदार


एक भी बच्चा आउट ऑफ स्कूल मिला तो समिति होगी जिम्मेदार
सहारनपुर। परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में एक अप्रैल से सत्र की शुरुआत हो चुकी है, साथ ही शुरू हो चुका है नामांकन, जिसके लिए स्कूल चलो अभियान का आगाज कर दिया गया है। विद्यालयों में बच्चों के नामांकन खासकर 14 वर्ष की आयु तक के बच्चों और किशोरों के नामांकन पर अधिक जोर है, जिससे कोई भी बच्चा आउट ऑफ स्कूल ना रह सके। और अनिवार्य शिक्षा के अधिकार का भी पालन हो सके।




जनपद में बेसिक शिक्षा परिषद के 1,438 विद्यालय हैं। बीते वर्ष इन विद्यालयों में 2,54,249 बच्चों के नामांकन का लक्ष्य विभाग को मिला था। विभाग ने इसके सापेक्ष 2,45,840 नामांकन किए थे, जो बीते वर्षों की तुलना में सर्वाधिक थे। इस बार अभी तक लक्ष्य नहीं आया है, लेकिन विभाग की मंशा बीते वर्ष से अधिक नामांकन की है।

जिला समन्वयक कृपाल मलिक ने बताया कि शत प्रतिशत बच्चों का नामांकन हो यह सामूहिक जिम्मेदारी है, लेकिन सबसे अधिक जिम्मेदारी शिक्षकों और विद्यालय प्रबंध समितियों की रहेगी। प्रबंध समितियां शिक्षकों को बताएंगी कि किस बच्चे का पंजीकरण नहीं हुआ है।


इसके अलावा शिक्षक भी अपने विद्यालय के आसपास के गांवों और मोहल्लों में पहले की तरह घर घर जाकर नामांकन करेंगे। यदि कोई बच्चा नामांकन से वंचित रहता है तो संबंधित विद्यालय का शिक्षक और समिति जिम्मेदार होगी।


उन्होंने बताया कि पंजीकरण के लिए ही स्कूल चलो अभियान शुरू हो गया है। इसमें पंजीकरण के साथ ही पंजीकृत छात्रों को प्रतिदिन विद्यालय जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उनके अभिभावकों को भी समझाया जाएगा। इसके लिए उन्हें विद्यालयों में बच्चों को मिलने वाली निःशुल्क सुविधाओं के बारे में बताया जाएगा।


आउट ऑफ स्कूल का सर्वे भी शुरू

एक भी बच्चा विद्यालय में पंजीकरण से वंचित ना रहे। इसके लिए आउट ऑफ स्कूल बच्चों का सर्वे भी शुरू हो चुका है। इसके तहत टीमें हर गांव, मोहल्ला और गली में जाकर ऐसे बच्चों का पता लगाएंगी, जिनका अभी तक किसी स्कूल में पंजीकरण नहीं हुआ है।