चुनावी वर्ष में होगी भर्तियों की भरमार, शिक्षक भर्ती को मिलेगी रफ्तार


प्रयागराज। अगले साल लोकसभा चुनाव हैं और भर्तियों की भरमार होगी। नए शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन होते ही विद्यालयों और महाविद्यालयों में लंबित पड़ी शिक्षक भर्तियां शुरू होने के साथ ही नए विज्ञापन जारी कर दिए जाएंगे। वहीं, उत्तर प्रदेश लोक सेवा अयोग (यूपीपीएससी) कई भर्तियों के विज्ञापन जारी कर चुका और आने वाले समय में भी जारी करने जा रहा है।

अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर डेढ़ साल से भर्ती प्रक्रिया ठप पड़ी है। वहीं, अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में भी सहायक अध्यापक (टीजीटी) / प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पदों पर भर्ती प्रक्रिया डेढ़ साल से शुरू नहीं हो सकी है। इन दोनों भर्तियों के लिए 14 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं और उन्हें परीक्षा तिथि घोषित होने का इंतजार है।

नए शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन होते ही दोनों भर्तियां शुरू करा दी जाएंगी। वहीं, उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के पास एलटी ग्रेड शिक्षक के छह हजार से अधिक पदों का अधियाचन पड़ा है। आयोग को जीआईसी प्रवक्ता के पदों का अधियाचन भी मिल चुका है। प्रतियोगी छात्र भर्ती शुरू करने के लिए लगातार आंदोलन कर रहे हैं।

चुनाव आते-आते ये भर्तियां भी शुरू हो जाने की पूरी उम्मीद है।


इसके साथ ही उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सितंबर और अक्तूबर माह में दो बड़ी भर्तियों के विज्ञापन जारी करने की घोषणा की है, जिसके अनुसार सितंबर के तीसरे सप्ताह में अपर निजी सचिव (एपीएस) के 300 पदों और अक्तूबर के पहले सप्ताह में समीक्षा अधिकारी (आरओ) / सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) के 181 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया जायेगा.