प्रदेश में 60,500 स्कूलों का हुआ शैक्षिक उपलब्धि सर्वे, एनसीईआरटी हर साल करता है यह सर्वे


लखनऊ : प्रदेश के 60,500 से अधिक स्कूलों में शुक्रवार को शैक्षिक उपलब्धि सर्वे परख - 2023 कराया गया। सर्वे के तहत स्कूलों में कक्षा तीन, छह व नौ के विद्यार्थियों की भाषा व गणित में दक्षता को टेस्ट लेकर परखा गया। शिक्षकों व स्कूलों के प्रदर्शन को भी आंका गया। सर्वे में प्राथमिक स्कूल, उच्च प्राथमिक स्कूल व माध्यमिक स्कूलों के करीब 16 लाख विद्यार्थी शामिल हुए। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने पूरे देश में एक साथ सर्वे कराया।


यूपी में हुए इस सर्वे में कक्षा तीन तक के 19, 262 स्कूल, कक्षा छह के 23,005 और कक्षा नौ के 18,233 विद्यालय शामिल हुए। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि एनसीईआरटी हर वर्ष परख संस्था के माध्यम से यह सर्वे कराता है। विद्यार्थियों ने भाषा व गणित में क्या और कितना सीखा इसका मूल्यांकन किया जाता है।


छात्र प्रश्नावली के माध्यम से इसे
आंका गया। शिक्षकों के लिए शिक्षक प्रश्नावली व स्कूलों के लिए स्कूल प्रश्नावली के माध्यम से यह सर्वे किया गया। नीति आयोग इस सर्वे के आधार पर ही राज्यों की रैकिंग करता है। एनसीईआरटी के पर्यवेक्षक मुजम्मिल हसन की देखरेख में यह सर्वे किया गया।


विद्यालयों में इस सर्वे के लिए आयोजित हुई परीक्षा की निगरानी विद्या समीक्षा केंद्र के साथ एससीईआरटी में भी कंट्रोल रूम बनाकर की गई। एससीईआरटी के निदेशक पवन सचान के नेतृत्व में टीम ने राजधानी में चिनहट ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय उत्तरधौना, बाराबंकी के बंकी ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय संदौली उमापुर व राजकीय बालिका इंटर कालेज सहित पांच विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया।