स्कूलों में अन्य गतिविधियों के साथ-साथ महीने के आखिर में बच्चों का जन्मदिन भी मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में की जा चुकी है।
अब बेसिक शिक्षा के विद्यालयों के शिक्षक छात्रों की शैक्षिक प्रगति बताने उनके घर तक जाएंगे। छात्रों के स्कूल से गायब रहने पर उनके अभिभावकों से संवाद कर समाधान की कोशिश करेंगे। इसके अलावा महीने में एक बार अभिभावकों-शिक्षकों की संयुक्त बैठक और हर तीन महीने में शिक्षा चौपाल का आयोजन भी किया जाएगा। इसके पीछे विद्यालय में 10 फीसदी तक बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने की कवायद मानी जा रही है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि शिक्षक, एआरपी व शिक्षक संकुल समय-समय पर छात्रों के घर जाकर अभिभावकों से संवाद करेंगे। विभागीय योजनाओं, डीबीटी आदि के बारे में बताएंगे। कमजोर बच्चों का शैक्षिक स्तर सुधारने में अभिभावकों का भी सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों में खेलकूद से लेकर पठन-पाठन से जुड़ी रुचिकर चीजों की व्यवस्था की गई है, जो काफी सहयोगी होगी। यह प्रक्रिया निश्चित रूप से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कारगर होगी।
स्कूलों में मनेगा बच्चों का जन्मदिन
स्कूलों में अन्य गतिविधियों के साथ-साथ महीने के आखिर में बच्चों का जन्मदिन भी मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में की जा चुकी है। इसे अब बेसिक के विद्यालयों में भी लागू किया जाएगा।