लोकसभा चुनाव में ड्यूटी से बचने के लिए बीमारी बनी सहारा


प्रतापगढ़। लोकसभा चुनाव में ड्यूटी से बचने के लिए सरकारी कर्मचारियों के अजीबोगरीब बहाने सामने आ रहे हैं। किसी ने हार्ट या फिर कैंसर रोग से पीड़ित होने का हवाला दिया तो कुछ ने गर्भवती, शरीर मोटापा या फिर गठिया रोग से पीड़ित होने के कारण चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थता जताया।


लोकसभा चुनाव कराने के लिए सभी विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें 1169 कर्मचारियों ने ड्यूटी कटवाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। कोई अपनी जायज समस्या बता रहा है, तो कोई बीमारी का बहाना बना रहे हैं।


इनमें 740 कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी कटवाने के लिए मेडिकल तक लगा दिए हैं, जिसमें चिकित्सकों के पर्चे तक शामिल हैं। ऐसे मेडिकल जांच करने के

लिए डीएम ने मेडिकल बोर्ड बना दिया है। बोर्ड आवेदनों की जांच करने के बाद रिपोर्ट देगा। इसके अलावा अधिकांश लोगों के प्रार्थना पत्रों में यह बात कही गई है कि वे कैंसर, हृदय रोग जैसे गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, 70 से अधिक महिलाओं ने खुद को गर्भवती बताते हुए चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए अस्पताल का चक्कर काट रही हैं।

70 प्रतिशत आंख से हूं नेत्रहीन, साहब काट दीजिए चुनाव ड्यूटी से नामः रोशनी नाम की एक शिक्षिका चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए मेडिकल बोर्ड में पहुंची। 70 प्रतिशत आंख से दिव्यांग होने का प्रमाण पत्र डॉक्टर के मेज पर रख दिया। चुनाव ड्यूटी से नाम काटने को कहा। वहीं कई अधिकारी और कर्मचारी जनप्रतिनिधियों से भी ड्यूटी कटने के लिए सिफारिश करा रहे हैं। हालांकि इसको लेका अधिकारी भी सतर्क हैं।

साहब कैंसर से पीड़ित हैं, लखनऊ में भर्ती हैं

सिंचाई विभाग के जेई की ड्यूटी कटवाने के लिए एक कर्मचारी सीएमएस के पास पहुंचा। सीएमएस ने पूछा क्या दिक्कत है तो उसने बताया कि साहब कैंसर से पीड़ित हैं। लखनऊ से उनका इलाज चल रहा है। सीएमएस ने जेई को बुलाने को कहा तो कर्मचारी ने बताया कि वे लखनऊ में भर्ती हैं


मेडिकल बोर्ड में आने वाले कर्मचारियों से उनके इलाज का पर्चा मांगा जा रहा है। पर्चा देखकर यह तय किया जा रहा है कि वे ड्यूटी करने लायक हैं या फिर नहीं। रिपोर्ट तैयार कर सीएमओ के पास भेजा जा रहा है।

डॉ. सौभाग्य प्रकाश, सीएमएस मेडिकल कॉलेज।