पेपर लीक की एक घटना ने बिगाड़ दिया UPPSC का परीक्षा कैलेंडर, फंसी आयोग की पांच भर्तियां


प्रयागराज। समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 में पेपर लीक की घटना ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) का परीक्षा कैलेंडर बिगाड़ दिया। कैलेंडर में शामिल अब तक पांच परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं।



इनमें से कोई ऐसी परीक्षा नहीं है, जो लोकसभा चुनाव के कारण प्रभावित हो रही हो। हो। ऐसे ऐसे में माना जा रहा है कि पेपरों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जाने के बाद ही आयोग कोई परीक्षा कराएगा। आयोग ने अप्रैल से दिसंबर तक 17 तिथियां परीक्षाओं के लिए आरक्षित कर रखी हैं। आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा में पेपर वायरल होने को घटना के बाद इस परीक्षा को निरस्त किए जाने के बाद आयोग ने सबसे पहले 17 मार्च को प्रस्तावित पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा स्थगित की।


प्रारंभिक परीक्षा स्थगित होने से अब सात जुलाई से प्रस्तावित मुख्य परीक्षा का टलना भी तय हो गया है। वहीं, 22 मार्च को प्रस्तावित स्टाफ (यूनानी/आयुर्वेदिक) (पुरुष/महिला) प्रारंभिक परीक्षा 2023 स्थगित होने के बाद अब 16 जून को प्रस्तावित मुख्य परीक्षा भी आयोग को टालनी पड़ेगी। सात अप्रैल को प्रस्तावित सहायक नगर नियोजक प्रारंभिक परीक्षा-2023 भी स्थगित की गई है। ऐसे में 19 जून को प्रस्तावित मुख्य परीक्षा भी टाल दी जाएगी।

आयोग ने अपर निजी सचिव (एपीएस)-2023 की नी अप्रैल को प्रस्तावित द्वितीय चरण की परीक्षा और 24 अप्रैल को प्रस्तावित स्टाफ नर्स एलोपैथी (पुरुष/महिला) मुख्य परीक्षा 2023 को भी स्थगित कर दिया है। एपीएस के द्वितीय चरण की परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है, जबकि स्टाफ नर्स एलोपैथी मुख्य परीक्षा के आवेदन की हार्डकॉपी आयोग में जमा करने की अंतिम तिथि 21 मार्च है। आवेदन

की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए इंतजार करना होगा।

आचार संहिता में फंसी आयोग की पांच भर्तियां

लोकसभा चुनाव की आचार संहिता में यूपीपीएससी की पांच भर्तियों फंस गई हैं। आयोग को एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती, राजकीय डिग्री कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती, खंड शिक्षा अधिकारी भर्ती, सम्मिलित राज्य कृषि सेवा भर्ती, सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेरा भर्ती से संबंधित रिक्त पदों का अधियाचन मिल चुका है, लेकिन किसी की परीक्षा तिथि तय नहीं है। कोई परीक्षा समकक्ष अर्हता तय न होने तो कोई परीक्षा शासन से नियमावली को मंजूरी मिलने के इंतजार में अटकी हुई है। वहीं, कुछ परीक्षाओं के लिए शासन से परीक्षा योजना और पाठ्यक्रम को मंजूरी मिलने का इंतजार है। शनिवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई, सो अभ्यर्थियों को अब नई भर्ती के लिए चुनाव खत्म होने का इंतजार करना होगा