मुरैना। 23 साल सरकारी स्कूलों में नौकरी करने के पश्चात सेवानिवृत होने के बाद भी 65 की उम्र में अतिथि शिक्षक बनना चाहते हैं रिटायर्ड शिक्षक प्यारे लाल उमरैया मध्य प्रदेश शासन की शिक्षक भर्ती अंतर्गत 1998 में शिक्षा कर्मी के रूप में शिक्षक की नौकरी करने वाले सेवा निवृत्त शिक्षक प्यारेलाल रिटायरमेंट के बाद फिर से अतिथि शिक्षक बनने के लिए मजबूर है क्यो काट रहे स्कूलों के चक्कर। जब एक देश एक आवाज की टीम ने उनसे फिर से शिक्षक बनेने के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि मैं 2021 में लेटराइट हो गया था किंतु नई पेंशन स्कीम में पेंशन न होने के कारण मुझे मात्र ₹1000 गुजारा भत्ता के रूप में अथवा पेंशन के रूप में मिल रहे हैं आज के महंगाई के दौर में ₹1000 से मैं किस तरह अपने परिवार का भरण पोषण कर सकता हूं।