मथुरा, । बीएसए द्वारा निलंबित किए गए शिक्षक व शिक्षिका खंड शिक्षाधिकारी नंदगांव में उपस्थिति दिए बिना जीवन निर्वाह भत्ता हासिल कर रहे थे। बीएसए ने उनके जीवन निर्वाह भत्ते पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी है।
बीएसए सुनील दत्त द्वारा निलंबित किए गए शिक्षक पुष्पेंद्र सिंह और शिक्षिका शिखा वर्मा को कार्यालय खंड शिक्षाधिकारी नंदगांव पर उपस्थित देने के लिए संबद्ध किया गया था। बीएसए द्वारा 16 नवंबर को कार्यालय खंड शिक्षाधिकारी नंदगांव का औचक निरीक्षण किया किया गया।
बीएसए ने निलंबित अध्यापकों की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया तो पता चला कि जनवरी 2024 से नवंबर तक शिक्षक पुष्पेंद्र सिंह व शिखा वर्मा के हस्ताक्षर उपस्थिति पंजीका पर नहीं थे। कार्यालय सहायक पंकज कुमार ने बताया कि निलंबित शिक्षक पुष्पेंद्र सिंह
व शिखा वर्मा द्वारा निलंबन के पश्चात से अब तक नंदगांव बीआरसी पर कार्यभार ग्रहण ही नहीं किया है, जबकि उक्त निलंबित अध्यापकों को जीवन निर्वाह भत्ता का भुगतान विभाग द्वारा लगातार किया जा रहा है। बीएसए सुनील दत्त ने वित्त निलंबित शिक्षक पुष्पेंद्र सिंह और शिखा वर्मा को दिए जा रहे जीवन निर्वाह भत्ता के भुगतान पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी है। वहीं नौहझील बीआरसी पर संबद्ध किए गए निलंबित शिक्षक आलोक उपाध्याय के जीवन निर्वाह भत्ता के भुगतान पर भी रोक लगा दी है।
बीएसए ने जारी किए सख्त आदेश
बिना ज्वाइन किए जीवन निर्वाह भत्ता लिए जाने का प्रकरण संज्ञान में आने के बाद बीएसए सुनील दत्त ने सभी खण्ड शिक्षाधिकारियों के कार्यालयों को आदेश जारी कर दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि निलंबित अध्यापकों की उपस्थिति पंजिका अलग बने