लखनऊ : शिक्षा का अधिकार (आरटीई)
अधिनियम के तहत निजी स्कूलों में दाखिले के लिए अभी 4,81,046 सीटें खाली हैं। गरीब परिवार के बच्चों को प्री-प्राइमरी व कक्षा एक में प्रवेश दिलाने के लिए अभी दो चरण बाकी हैं। ऐसे अभिभावक जो अभी तक किन्हीं कारणों से आवेदन नहीं कर सके हैं, उनके पास अवसर है। एक फरवरी से तीसरा चरण शुरू होगा। शैक्षिक सत्र 2025-26 में प्रवेश की प्रक्रिया चार चरणों में 27 मार्च तक चलेगी।
उप शिक्षा निदेशक (समग्र शिक्षा) डा. मुकेश कुमार सिंह के अनुसार पहली बार प्रवेश की प्रक्रिया चार चरणों में एक अप्रैल
से पहले पूरी होगी। सत्र को नियमित रखने के लिए यह पहल की गई है। प्रदेश में कुल 62,871 निजी स्कूलों में 6,03,065 सीटें
हैं। पहले चरण में 71,381 और दूसरे चरण में 50,638 बच्चों को सीटें आवंटित की गईं। अभी तक कुल 1,22,019 सीटें आवंटित की
जा चुकी हैं। दूसरे चरण में जिन छात्रों को सीटें आवंटित की गईं थीं, उन्हें सोमवार को विद्यालय भी आवंटित कर दिए गए। अब तीसरे चरण के लिए आनलाइन आवेदन फार्म एक फरवरी से 19 फरवरी तक भरे जाएंगे। फिर 23 फरवरी तक सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) आवेदन का सत्यापन करेंगे। 24 फरवरी को लाटरी निकाली जाएगी। 27 फरवरी को विद्यालयों का आवंटन किया जाएगा। चौथे चरण में आनलाइन आवेदन एक मार्च से 19 मार्च तक भरे जा सकेंगे। 23 मार्च तक बीएसए फार्म का सत्यापन करेंगे। 24 मार्च को लाटरी निकाली जाएगी और 27 मार्च को विद्यालय आवंटित किए जाएंगे।
स्कूलों का होगा सेफ्टी आडिट
सभी विद्यालयों का सुरक्षा आडिट जल्द कराया जाएगा। विद्यालय भवन, खेल का मैदान व प्रयोगशालाओं में सुरक्षा से संबंधित किन-किन बातों का विशेष ख्याल रखा जाना है, इसकी जानकारी भी स्कूलों को दी गई है। स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से स्कूलों को वर्ष में दो बार माकड्रिल कर तैयारी परखने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूलों में अग्निशमन यंत्रों संग आपदा के समय सुरक्षित निकास की व्यवस्था का विशेष ख्याल रखने की हिदायत दी गई है।