अब अंतरिक्ष विज्ञान किताबों तक सीमित नहीं रहेगा। प्रदेश के बेसिक स्कूलों के बच्चों को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के केंद्रों का शैक्षिक भ्रमण कराया जा रहा है ताकि वे न केवल अंतरिक्ष के रहस्य को करीब से जान सकें, बल्कि विज्ञान को लेकर उनकी जिज्ञासा भी परवान चढे। पहले चरण की सफलता के बाद अब इस अभिनव योजना को और विस्तार दिया जा रहा है।
उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों में वैज्ञानिक चेतना और तकनीकी समझ विकसित करने के उद्देश्य से उन्हें देश के विभिन्न इसरो केंद्रों का शैक्षणिक भ्रमण कराया जा रहा है, जहां वे राकेट तकनीक, उपग्रह प्रक्षेपण और स्पेस मिशनों की कार्यप्रणाली का प्रत्यक्ष अनुभव कर रहे हैं। मई के पहले सप्ताह में मऊ जिले के छात्रों ने अहमदाबाद स्थित साइंस सिटी, स्पेस एप्लीकेशन सेंटर और इसरो केंद्र का भ्रमण किया। इस अनुभव ने न केवल बच्चों को रोमांचित किया, बल्कि गगनयान मिशन से जुड़ी जिज्ञासाओं को भी शांत किया। बच्चों ने जहां राकेट लांचिंग की प्रक्रिया को समझा, वहीं अंतरिक्ष में भारत की उपलब्धियों पर आधारित माडलों और प्रेजेंटेशन ने उन्हें प्रेरित किया कि विज्ञान केवल प्रयोगशालाओं की दीवारों तक सीमित नहीं, बल्कि भविष्य निर्माण का रास्ता है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने बताया कि इस अनूठे अभियान को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा।