फर्रुखाबाद। जानलेवा हमले के आरोपी शिक्षक कानूनी दाव-पेंच से बचने के लिए लंबे अवकाश पर चले गए, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। जानकारी लगने पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने खंड शिक्षाधिकारी से आख्या तलब की है।
प्राथमिक विद्यालय छतरई के सहायक अध्यापक तौसीफ के खिलाफ जानलेवा हमले के मामले में रिपोर्ट दर्ज है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि जेल जाने से बचने के लिए शिक्षक पैरवी में लगे रहे। इसके लिए उन्होंने लंबा अवकाश भी ले रखा था। कानूनी दाव-पेंच से कोई राहत न मिलने पर उन्होंने बीते दिन कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया। बीएसए को जैसे ही जानकारी मिली तो उन्होंने खंड शिक्षाधिकारी शमसाबाद से आख्या तलब कर ली है।
बीईओ शमसाबाद वीरेंद्र पटेल ने बताया कि तौसीफ अवकाश पर चल रहे थे। विद्यालय के अन्य शिक्षकों से जानकारी की गई तो वे कुछ ज्यादा नहीं बता सके। तौसीफ का मोबाइल भी बंद जा रहा है। आख्या बनाकर बीएसए को भेज दी जाएगी। बीएसए गौतम प्रसाद ने बताया कि तौसीफ के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज था। उनके सरेंडर करने की जानकारी मिली है। बीईओ से आख्या मांगी गई है। आख्या मिलने के बाद शिक्षक तौसीफ को निलंबित किया जाएगा।