प्रयागराज। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा प्रारूप व अर्हता तय होने के बावजूद भर्ती शुरू नहीं हो पा रही है। यह भर्ती अब आरक्षण की विसंगतियों में उलझ गई है। मंगलवार को अभ्यर्थी जब उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) में प्रदर्शन करने पहुंचे तो आयोग के प्रतिनिधि ने इस बारे में स्थिति स्पष्ट की।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का पिछला विज्ञापन मार्च-2018 में जारी किया गया था। इसके बाद से कोई नई भर्ती नहीं आई है, जबकि लाखों अभ्यर्थी नए विज्ञापन का इंतजार कर रहे हैं। राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक (सहायक अध्यापक) के पदों पर आयोग पहले एकल परीक्षा के माध्यम से भर्ती करता था, लेकिन अब इस व्यवस्था में बदलाव करते हुए प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है।
परीक्षा प्रारूप तय हो चुका है। नई नियमावली लागू होने से अब समकक्ष अर्हता का भी कोई विवाद नहीं रह गया है। इन्हीं दोनों कारणों से भर्ती फंसी थी। भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर मंगलवार को आयोग पहुंचे प्रतियोगी छात्रों को आयोग के उप सचिव विनोद गौड़ ने बताया कि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में आरक्षण की विसंगतियों को लेकर शासन को
पत्र भेजा गया है। जैसे ही स्थिति स्पष्ट होती है, तत्काल विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा।
छात्रों ने मुद्दा उठाया कि भर्तियों में देर होने के कारण ओवरएज हो रहे अभ्यर्थियों को नियमों के अनुसार आयु सीमा में तीन वर्ष की छूट प्रदान की जाए।