लखनऊ। कोविड में अपने मां-बाप को खोने वाले और श्रमिकों के बच्चों के लिए खोले गए अटल आवासीय विद्यालयों में करीब 300 युवा शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। अभी इन विद्यालयों में नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय और सैनिक स्कूल के
सेवानिवृत्त शिक्षक पढ़ा रहे हैं। युवा शिक्षकों की भर्ती आयोग के जरिये होगी। मार्च तक भर्ती का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही पहली बार अटल विद्यालय के 600 बच्चे सीबीएसई बोर्ड से 10वीं की परीक्षा देंगे। सरकार इन विद्यालयों पर पढ़ने वाले एक बच्चे पर सालाना 1.5 लाख रुपये खर्च कर रही है।
प्रदेश के सभी 18 मंडलों में एक-एक अटल विद्यालय हैं। प्रत्येक विद्यालय की क्षमता 1000 बच्चों की है, जिनमें 500 छात्राएं हैं। इनके लिए युवा शिक्षकों की भर्ती पर विचार किया जा रहा है। नियमावली बनने के बाद इसे कैबिनेट से मंजूर कराया जाएगा। प्रयागराज स्थित शिक्षा सेवा चयन
आयोग के माध्यम से परीक्षा होगी। मार्च तक नए शिक्षकों की भर्ती का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में प्रत्येक विद्यालय में 28 शिक्षक हैं। इस आधार पर करीब 300 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी.
सभी 18 अटल विद्यालयों में शिक्षण कार्य की जिम्मेदारी अभी प्रतिष्ठित विद्यालयों के सेवानिवृत्त शिक्षकों के हाथ में हैं। अब युवा शिक्षकों की भर्ती का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। लगभग 300 युवा शिक्षकों की भर्ती आयोग के जरिये की जाएगी। जल्द नियमावली बनाकर प्रस्ताव कैबिनेट भेजा जाएगा। मार्च तक भर्ती का लक्ष्य रखा गया है।
- डॉ. एमकेएस सुंदरम, प्रमुख सचिव, श्रम व सेवायोजन